Dhanbad: भारत की जनवादी नौजवान सभा (DYFI) झारखंड राज्य कमिटी की राज्य स्तरीय बैठक शनिवार को धनबाद में सम्पन्न हुई। बैठक में झारखंड के बढ़ते बेरोजगारी संकट, युवाओं के पलायन, सरकारी नियुक्तियों में अनियमितता और पेपर लीक जैसी समस्याओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की गई।
झारखंड में 10 प्रतिशत से बढ़कर 59 प्रतिशत हुई बेरोजगारी दर
DYFI के राष्ट्रीय महासचिव हिमांग्न भट्टाचार्य ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में बेरोजगारी की दर 10 प्रतिशत से बढ़कर 59 प्रतिशत हो जाना भयावह स्थिति का संकेत है। उन्होंने कहा कि यह संकट सिर्फ राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में युवाओं को रोजगार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र में भाजपा सरकार के आने के बाद से हालात और बदतर हुए हैं। अब समय आ गया है कि देश और राज्य के नौजवान संगठित होकर इस संकट के खिलाफ लड़ाई तेज करें।
रांची समेत कई जिलों ने युवा प्रतिनिधियों ने लिया भाग
बैठक की अध्यक्षता DYFI झारखंड के अध्यक्ष सुरेश मुंडा ने की और संचालन नौशाद अंसारी ने किया। बैठक में राज्य के विभिन्न जिलों — रांची, धनबाद, गिरिडीह, जामताड़ा, कोडरमा, गुमला, पाकुड़, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम आदि से आए युवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया।बैठक में पुरानी राज्य कमिटी को भंग कर एक नई तदर्थ कमिटी का गठन किया गया। मोहन मंडल को इसका संयोजक बनाया गया, जबकि नौशाद अंसारी, शंकर उरांव और मुकेश यादव को सह-संयोजक नियुक्त किया गया।
तीन माह में जोड़े जाएंगे 20 हजार नए सदस्य
आंदोलन की रणनीति के तहत अगले तीन माह में 20 हजार नए सदस्य जोड़ने, 200 प्राथमिक इकाइयों के गठन, DYFI का स्वतंत्र राज्य-केंद्र स्थापित करने, जून में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने तथा जिला स्तर पर उपायुक्त कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। वहीं बैठक को मोहन मंडल, शंकर उरांव, मिला कुजूर, प्रेम तिर्की, किशोर साव, आशीष कुमार सिन्हा, शेख रौशन जलाल, चरण कुनाए, शिवनंदन कुमार, गोमस्त बास्की, परमीय परणिकार, प्रभाकर शर्मा, मो. इरफान अंसारी, नीरज पासवान, कुंदन पासवान, प्रजा पासवान, झंटु सिंह, रोहित रवानी और कृष्णा पोटरी ने भी संबोधित किया।






