Ranchi News: राजधानी रांची में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में जलजमाव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है. सड़कों पर भरे पानी और जाम की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस स्थिति को लेकर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं, खासकर नालियों की सफाई को लेकर.
आयुक्त सुशांत गौरव ने कैमरे के सामने बोलने से किया इनकार
इस मुद्दे पर जब नगर निगम आयुक्त सुशांत गौरव से बात की गई, तो उन्होंने कैमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया, लेकिन बातचीत में उन्होंने कुछ अहम बातें साझा कीं. सुशांत गौरव, ने बताया कि निगम को लगातार जलजमाव से जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं और इन पर त्वरित जांच की जा रही है.
read more- रांची में Monsoon आया नहीं कि बह गया System, सिर्फ आधे घंटे की बारिश ने डुबो दी राजधानी
क्या सही में नागरिक है जिम्मेदार!
हालांकि, जलजमाव के लिए उन्होंने आम नागरिकों को ही जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था कि लोग बेतरतीब तरीके से प्लास्टिक का उपयोग कर उसे नालियों में फेंक देते हैं, जिससे नालियों में रुकावट आती है और बारिश के पानी की निकासी बाधित होती है. इसके कारण मामूली बारिश में भी शहर जलमग्न हो जाता है.
नगर आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि निगम अब सख्ती से इस मुद्दे पर काम करेगा और जिन इलाकों में जलजमाव की समस्या ज्यादा है, वहां विशेष अभियान चलाया जाएगा.
प्लास्टिक पर लगे बैन को सख्ती से लागू करे सरकार
लेकिन सवाल यह भी उठता है कि जब प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित है, तो जिला प्रशासन इसकी निगरानी में कितनी गंभीरता से काम कर रहा है? आखिर प्रशासन की ज़िम्मेदारी नहीं बनती कि वह प्लास्टिक पर लगे बैन को सख्ती से लागू करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे?
स्थिति यह है कि प्रशासनिक ढिलाई और नागरिकों की लापरवाही का खामियाज़ा रांचीवासियों को भुगतना पड़ रहा है. अब देखना होगा कि नगर निगम और जिला प्रशासन मिलकर इस समस्या का समाधान कब तक निकालते हैं.









