बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश कार्यसमिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आज, बुधवार को पटना में आयोजित की जा रही है. इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
1,200 से ज्यादा नेता होंगे शामिल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस कार्यसमिति बैठक में 1,200 से अधिक वरिष्ठ नेता भाग लेंगे. बैठक में कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा.
राजनीतिक प्रस्ताव और विपक्ष पर हमला
इस कार्यसमिति बैठक में एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किया जाएगा जिसमें बिहार के विकास कार्यों और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया जाएगा. साथ ही, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथित अपमान के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव पारित किया जाएगा. दिलीप जायसवाल ने कहा, “बाबा साहेब का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पार्टी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करेगी.”
चुनावी तैयारी और संगठन को मजबूत करने पर जोर
बैठक का मुख्य फोकस आगामी विधानसभा चुनाव रहेगा. प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल के मुताबिक, कार्यसमिति बिहार की जनता के सामने भाजपा के विकास एजेंडे को रखने के लिए एक सशक्त संदेश देगी. उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार को तेज़ी से विकास की राह पर ले जाना है और यह बैठक हमारी चुनावी रणनीति को और मजबूत करेगी.”
कार्यकर्ताओं को किया जाएगा प्रेरित
बैठक के दौरान संगठनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारियों के लिए प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया जाएगा. यह बैठक पार्टी की जमीनी मजबूती को नई दिशा देने का कार्य करेगी.
2003 की मतदाता सूची पर बीजेपी ने जताई संतुष्टि
प्रेस वार्ता के दौरान दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग द्वारा 2003 की मतदाता सूची जारी किए जाने के निर्णय की सराहना की. उन्होंने कहा, “इससे उन नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी जिनका नाम पहले की सूची में था लेकिन बाद में हटा दिया गया था. चुनाव आयोग का यह कदम स्वागत योग्य है.”
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है. पटना में होने वाली यह प्रदेश कार्यसमिति बैठक पार्टी की दिशा और रणनीति तय करने में एक अहम मील का पत्थर साबित हो सकती है.












