KhabarMantra: संसाधनों की कमी के बावजूद दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास के दम पर किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है, और बोकारो के एक बेटे ने इसे साबित कर दिखाया है। हम बात कर रहे हैं ऋषव रंजन की, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग या ट्यूशन के, सिर्फ मोबाइल के सहारे पढ़ाई करते हुए JEE (Main) 2025 के सेशन-2 में 99.90 परसेंटाइल हासिल कर जिले में टॉप किया है।
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ऋषव रंजन, जो चास के बिहार कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं, ने यह सफलता अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से पाई है। पहले प्रयास में 90.6 परसेंटाइल हासिल करने के बाद, उन्होंने फिर से प्रयास किया और इस बार शानदार परिणाम प्राप्त किया। उनका सपना सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है, और उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए कठिनाईयों का सामना किया।
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ऋषव कहते हैं, “अगर आपके पास आत्मविश्वास है और आप सच्ची मेहनत करते हैं, तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। मैंने मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई की थी, और आज यहां हूं।”
ऋषव की मां, रूबी देवी, जब यह खबर सुनकर भावुक हो गईं, तो उन्होंने कहा, “हमेशा विश्वास था कि बेटा मेहनत करेगा और कुछ अच्छा करेगा। उसने हमें गर्व महसूस कराया।” पिता, रवि रंजन, जो पेशे से ड्राइवर हैं, भी बेटे की सफलता से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, “बेटे ने हमारी उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन किया है, और अब मेरी उम्मीदें बहुत ऊंची हैं।”
ऋषव की यह कहानी सिर्फ एक सफलता की नहीं, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो संसाधनों की कमी के बावजूद अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। ऋषव की कड़ी मेहनत और संघर्ष ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी कठिनाई बड़ी नहीं होती।
ऋषव ने अपनी स्कूल की पढ़ाई चास के SVN पब्लिक स्कूल से की थी, और 11वीं-12वीं आदर्श विद्या मंदिर से। अब, वह JEE Advanced की तैयारी में जुट गए हैं, और उनके उज्जवल भविष्य की उम्मीदें आसमान छू रही हैं।