नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट से मुलाकात के बाद कहा कि भारत और चिली व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) के तहत मुक्त व्यापार समझौते का विस्तार करेंगे।
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चर्चा के बाद चिली के राष्ट्रपति बोरिक के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति बोरिक की यह पहली भारत यात्रा है। भारत के लिए चिली लैटिन अमेरिका में एक महत्वपूर्ण मित्र और पार्टनर देश है। आज की चर्चाओं में हमने आने वाले दशक में सहयोग बढ़ाने के लिए कई नए पहल की पहचान की। आज हमने एक पारस्परिक लाभकारी व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर चर्चा शुरू करने के लिए अपनी टीमों को निर्देश दिए हैं।
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उन्होंने कहा कि क्रिटिकल मिनरल्स के क्षेत्र में साझेदारी को बल दिया जाएगा। लचीली आपूर्ति और मूल्य शृंखला को स्थापित करने के लिए काम किया जाएगा। डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, नवीकरणीय ऊर्जा, रेलवे, अंतरिक्ष तथा अन्य क्षेत्रों में भारत अपना सकारात्मक अनुभव चीली के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम चिली को अंटार्कटिका के गेटवे के रूप में देखते हैं। इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आज दोनों पक्षों के बीच आशय पत्र पर बनी सहमति का हम स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि यह खुशी का विषय है कि चिली के लोगों ने योग को स्वस्थ जीवनशैली के रूप में अपनाया है। चिली में 4 नवंबर को राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया जाना हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। हमने चिली में आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में भी सहयोग बढ़ाने पर विचार किया।
उन्होंने कहा कि दोनों देश न केवल प्रकृति से बल्कि हमारी समृद्ध और विविध संस्कृतियों के माध्यम से भी जुड़े हुए हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता गैब्रिएला मिस्ट्रल ने अरबिंदो घोष और रवींद्रनाथ टैगोर के दर्शन से प्रेरणा ली। इसी तरह, भारत चिली के साहित्य को बहुत सम्मान देता है। चिली में भारतीय फिल्मों, शास्त्रीय नृत्य और व्यंजनों की व्यापक सराहना इस सांस्कृतिक संबंध का जीवंत प्रमाण है।