रांची: कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने हैदराबाद दौरा के अंतिम दिन मोटे अनाज की देश भर में बढ़ती मांग और खोज को लेकर अधिकारियों संग बैठक की। हैदराबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च संस्थान में मोटे अनाज पर किए जा रहे अनुसंधान से मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की काफी प्रभावित नजर आई। वर्तमान में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च संस्थान बाजार की मांग के अनुरूप हर तरह के खाद्य पदार्थ को तैयार करने में जुटी है। चाहे वो बच्चों के खाने वाली बिस्किट की बात करें या दूसरे नमकीन प्रोडक्ट और फास्ट फूड की। मोटा अनाज में भरपूर मात्रा में पाए जाने वाले पोषण तत्व की वजह से आम लोगों के बीच इसकी मांग बढ़ती जा रही है।
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FPO को सशक्त बनाने की योजना
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मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने संस्थान द्वारा तैयार किए जा रहे ऐसे तमाम उत्पाद को देखा और इसकी जानकारी ली। पौष्टिक आहार में मोटे अनाज के सेवन से बेहतर स्वास्थ्य की परिकल्पना आसान है। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि राज्य में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए FPO को सशक्त बनाने की योजना है। FPO के माध्यम से मोटे अनाज के लिए छोटे-छोटे प्रोसेसिंग यूनिट को बढ़ावा दिया जा सकता है। रांची के सिमलिया में सी पार्क का बेहतर क्रियान्वयन के लिए सरकार पहल करेगी। यहां FPO से जुड़ी महिलाओं को मास्टर ट्रेनिंग के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च हैदराबाद भेजा जाएगा। इस ट्रेनिंग से महिलाएं मोटा अनाज के उन्नत उत्पाद को तैयार करने की विधि जान सकेंगी। झारखंड में इस वक्त मोटा अनाज के उत्पादन में गुमला और सिमडेगा जिला बेहतर काम कर रहा है। खासकर मडुआ की खेती में झारखंड के इन दो जिलों की चर्चा हो रही है। इस दौरा में झारखंड के विशेष सचिव गोपाल जी तिवारी और प्रदीप कुमार हजारी शामिल थे।