झारखंड में हाल के दिनों में मौसम ने किसानों को गंभीर संकट में डाल दिया है. लगातार हो रही ओलावृष्टि और बारिश ने खेतों में सब्जियों को सड़ने और आम की फसल को बर्बाद कर दिया है. रांची और आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी बिगड़ गई है.
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फसलों पर प्रभाव
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पिछले एक सप्ताह से रांची, खूंटी, सिमडेगा और गुमला जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश के साथ ओलावृष्टि हो रही है. इस मौसम परिवर्तन के कारण गोभी और पत्ता गोभी जैसी सब्जियां खेतों में सड़ गई हैं. इसके अलावा, आम के पेड़ों पर लगे मंजर भी गिर गए हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
किसान कालिंद्र सिंह ने बताया कि उनके एक एकड़ भूमि पर लगाए गए आम के पेड़ों के मंजर पूरी तरह झड़ चुके हैं, जिससे उन्हें लगभग 35-40 हजार रुपये का नुकसान हुआ है. इसी प्रकार, अन्य किसानों ने भी अपनी फसलों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए, लेकिन प्रकृति के आगे उनका हर प्रयास बेकार साबित हुआ.
आर्थिक स्थिति
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की आर्थिक स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. कई किसान अपनी जमा पूंजी लगाकर सब्जी की खेती कर रहे थे, लेकिन अब उन्हें यह चिंता सताने लगी है कि वे इस नुकसान की भरपाई कैसे करेंगे. बेड़ो प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में 17 पंचायतों के किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. पहले ये किसान सब्जी की खेती कर समृद्ध हो रहे थे, लेकिन अब उनकी फसलें बर्बाद हो गई हैं.
भविष्य का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने 21 अप्रैल तक राज्य में इसी प्रकार का मौसम रहने की संभावना जताई है. इसके बाद 22 अप्रैल को आंशिक रूप से गरज वाले बादल छाए रहेंगे और 23 व 24 अप्रैल को आसमान साफ रहने की उम्मीद जताई जा रही है. हालांकि, इस दौरान तापमान बढ़ने की संभावना भी जताई गई है. कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि जो फसलें अभी खेतों में हैं, उन्हें वहीं फैला दिया जाए ताकि नमी सूख सके.