जयपुर: राजस्थान की होनहार टेनिस खिलाड़ी सौम्या चौधरी ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। 11 वर्षीय सौम्या का चयन साउथ एशियन टेनिस चैंपियनशिप 2025 के लिए भारतीय टीम में हुआ है, जो 26 से 30 मई तक इस्लामाबाद में आयोजित की जाएगी। ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (AITA) द्वारा घोषित छह सदस्यीय टीम में सौम्या तीन बालिका खिलाड़ियों में शामिल हैं।
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AITA रैंकिंग में नंबर दो पर काबिज सौम्या
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वर्तमान में सौम्या AITA की अंडर-12 कैटेगरी रैंकिंग में देश की नंबर दो खिलाड़ी हैं। यह उनका पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा। राष्ट्रीय स्तर पर वह पहले ही कई खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। हाल ही में जयपुर में आयोजित ITAP टेनिस टूर्नामेंट में उन्होंने अंडर-12 वर्ग में सिंगल्स और डबल्स दोनों में जीत हासिल की थी।
सबालेंका से प्रेरणा, लक्ष्य है बड़ा
मीडिया से बातचीत में सौम्या ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। मैं देश के लिए पदक जीतने की पूरी कोशिश करूंगी।” उन्होंने बताया कि बेलारूस की वर्ल्ड नंबर-1 टेनिस स्टार आर्यना सबालेंका से वे बेहद प्रेरित हैं और भविष्य में उन्हीं की तरह बनना चाहती हैं। “मुझे यूरोपियन प्लेयर्स का स्टाइल बहुत पसंद है,” सौम्या ने मुस्कराते हुए कहा।
टेनिस जुनून और परिवार का समर्थन
सौम्या ने 7 साल की उम्र में टेनिस की शुरुआत की थी। उनके टैलेंट को कोच सुमित गुप्ता ने पहचाना और निखारा। सौम्या अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा श्रीचन्द चौधरी को देती हैं, जिन्होंने उनके सपनों को उड़ान देने के लिए *ड्रीम हाउस टेनिस एकेडमी* की स्थापना की। इस एकेडमी में छह क्ले कोर्ट हैं और यहां AITA के सबसे ज्यादा टूर्नामेंट आयोजित होते हैं।
’18 नंबर’ जर्सी बनी पहचान
सौम्या की ‘18 नंबर’ जर्सी अब स्टेडियम से लेकर शहर की सड़कों तक चर्चाओं में है। उनके दादा श्रीचन्द चौधरी कहते हैं, “मुझे शुरू से यकीन था कि सौम्या टेनिस में देश का नाम रोशन करेगी। आज सिर्फ सौम्या ही नहीं, कई और बच्चे भी इस एकेडमी से लाभान्वित हो रहे हैं।”
स्कूल और माता-पिता का भी योगदान
सौम्या नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं और उनके माता-पिता – राहुल और सुनीता चौधरी – उनकी इस यात्रा में मजबूत सहारा बने हुए हैं।