Israel Iran war update:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार तड़के लगभग 3:30 बजे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर एक बड़ी घोषणा की. उन्होंने दावा किया कि इजराइल और ईरान के बीच युद्धविराम पर सहमति बनी है, जो अगले छह घंटे में प्रभावी हो जाएगा. ट्रम्प ने यह भी बताया कि पहले 12 घंटे के लिए ईरान अपने हथियार डाल देगा, और फिर अगले 12 घंटों के लिए इजराइल भी हथियार डालेगा.
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ईरान ने सीजफायर की खबरों का किया था खंडन
हालांकि, ट्रम्प के सीजफायर ऐलान के बाद ईरान ने इसका खंडन किया. ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और बताया कि इजराइल के साथ किसी प्रकार की युद्धविराम की कोई अंतिम सहमति नहीं हुई है. अरागची ने स्पष्ट किया कि अगर इजराइल अपने हमले बंद कर देता है, तो ईरान भी हमला नहीं करेगा. यह बयान इस बात को दर्शाता है कि स्थिति में कोई ठोस समझौता नहीं हुआ था और युद्धविराम की स्थिति अभी भी अनिश्चित थी.
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सीजफायर के बाद मिसाइल हमले की घटना
ट्रंप के सीजफायर ऐलान के मात्र 5 घंटे बाद, ईरान ने इजराइल पर 8 बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला कर दिया. टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, एक मिसाइल बीर्शेबा शहर में एक इमारत पर गिरी. इस हमले के परिणामस्वरूप 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. यह घटना एक बार फिर इस बात को साबित करती है कि क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति बहुत ही संवेदनशील और तनावपूर्ण है.
क्या यह युद्धविराम वास्तव में लागू होगा?
यह स्थिति गंभीर सवाल उठाती है: क्या सीजफायर की घोषणा से स्थिति में कोई वास्तविक बदलाव आएगा या यह केवल एक राजनीतिक बयानबाजी थी? दोनों पक्षों के बीच की खींचतान और हमले इस बात का संकेत देते हैं कि क्षेत्र में शांति की संभावना अभी दूर-दूर तक नहीं दिखती.अब सवाल यह है कि क्या दोनों पक्ष अंततः किसी स्थायी समाधान पर सहमत होंगे, या यह हिंसा और संघर्ष का एक और दौर होगा. ट्रम्प की घोषणा, और फिर ईरान द्वारा मिसाइल हमलों की प्रतिक्रिया, यह दर्शाती है कि न केवल इस क्षेत्र में शक्ति का संतुलन अस्थिर है, बल्कि शांति और युद्ध के बीच की सीमा भी बहुत महीन है.
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इजराइल और ईरान के बीच युद्धविराम की घोषणा के बाद हुआ यह हमला एक बार फिर इस बात को सामने लाता है कि मध्य-पूर्व के संघर्षों में स्थायित्व और शांति की दिशा में कोई भी ठोस कदम उठाना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है. दोनों पक्षों के बीच का यह तनाव भविष्य में और भी जटिल रूप ले सकता है.