Garhwa: जिले के पीएमश्री विद्यालयों में आयोजित स्वच्छता पखवाड़ा और बिरसा मुंडा लर्निंग फेस्टिवल के कार्यक्रमों में बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला सामने आया है। आरोप है कि इन आयोजनों के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
स्वच्छता पखवाड़ा में 26 लाख के खर्च पर सवाल
सूत्रों के अनुसार, गढ़वा जिले के विभिन्न पीएमश्री विद्यालयों में स्वच्छता पखवाड़ा के नाम पर लगभग ₹26 लाख रुपए खर्च किए गए। आरोप है कि कई विद्यालयों में मात्र 10 मिनट की औपचारिक सफाई कर इस कार्यक्रम का दिखावा किया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह राशि विद्यालयों को स्वच्छता अभियान चलाने के लिए दी गई थी, पर वास्तविक कार्य बहुत सीमित स्तर पर हुआ।
बिरसा मुंडा लर्निंग फेस्टिवल में भी गड़बड़ी
इसी प्रकार बिरसा मुंडा लर्निंग फेस्टिवल के आयोजन में भी वित्तीय अनियमितता की शिकायतें मिली हैं। यह 15 दिवसीय कार्यक्रम था, जिसके लिए प्रत्येक विद्यालय को ₹1 लाख रुपए का आवंटन किया गया था। जांच में पाया गया कि अधिकांश विद्यालयों में यह आयोजन केवल औपचारिकता बनकर रह गया और आवंटित धन का सही उपयोग नहीं हुआ।
टेंडर प्रक्रिया के बिना सामग्री आपूर्ति
आरोप यह भी है कि इन आयोजनों के लिए सामग्री की आपूर्ति बिना किसी टेंडर प्रक्रिया के की गई। यह कार्य युवा सदन अरगोड़ा और आदर्श इंटरप्राइजेज गढ़वा को सौंपा गया था। अब इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो तथ्यों की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।









