लिस्बन। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुर्तगाल की राजकीय यात्रा पर लिस्बन पहुंच गईं। वो पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा के निमंत्रण पर पुर्तगाल की राजकीय यात्रा पर हैं।
Powered by myUpchar
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर उनके नई दिल्ली से रवाना होने पर कहा गया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुर्तगाल और स्लोवाक गणराज्य की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा पर रवाना हुईं। 25 से अधिक वर्षों में भारत के राष्ट्रपति की यह पहली राजकीय यात्रा है। इन यात्राओं से यूरोपीय संघ के दो महत्वपूर्ण भागीदारों के साथ भारत के बहुआयामी जुड़ाव का और विस्तार होगा।
Powered by myUpchar
राष्ट्रपति मुर्मु सात और आठ अप्रैल को पुर्तगाल में रहेंगी। यह यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत और पुर्तगाल के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे हो रहे हैं। इससे पहले, 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने पुर्तगाल की यात्रा की थी।
इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा, प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और संसद अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइयर-ब्रांको से मुलाकात करेंगी। इन बैठकों में व्यापार, आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाने पर चर्चा होगी। इसके अलावा, राष्ट्रपति मुर्मु पुर्तगाल में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगी।
पुर्तगाल के बाद, राष्ट्रपति मुर्मु नौ अप्रैल को स्लोवाकिया जाएंगी। यह यात्रा इस मायने में भी खास है कि लगभग 30 वर्षों में यह किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की पहली स्लोवाकिया यात्रा होगी। स्लोवाकिया में राष्ट्रपति मुर्मु वहां के राष्ट्रपति पीटर पेल्लेग्रिनी, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको और संसद अध्यक्ष रिचर्ड राशी से मुलाकात करेंगी। इन बैठकों में भारत और स्लोवाकिया के बीच व्यापार, तकनीकी सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।