चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने दावा किया है कि राज्य के नौजवानों को नौकरियां देने की गारंटी पूरी करने के सफऱ में अपनी सरकार के केवल 18 महीनों के कार्यकाल में 37100 सरकारी नौकरियां दी हैं।
मुख्यमंत्री मान ने रविवार को चंडीगढ़ के म्यूनिसिपल भवन में गृह मामले, ट्रांसपोर्ट और राजस्व विभागों में भर्ती हुए 304 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए आयोजित कार्यक्रम में नौजवानों का स्वागत करते हुए कहा कि आज एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि नौजवान अब औपचारिक रूप से राज्य सरकार के परिवार के सदस्य बन गए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य सरकार पुलिस को वैज्ञानिक राह पर आधुनिक बनाने के लिए वचनबद्ध है और इसके लिए फंडों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने अमन-कानून को कायम रखने के अपने प्राथमिक कर्तव्य को निभाने के साथ-साथ हमेशा ही देश और लोगों के हितों की रक्षा की है। भगवंत मान ने कहा कि बदलते हालात में फोर्स के लिए चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं, जिस कारण इनका प्रभावशाली ढंग से मुकाबला करने के लिए आधुनिकीकरण होना समय की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक ओर राज्य में सडक़ हादसों के कारण होने वाली मौतों की दर पर रोक लगाने और दूसरी ओर राज्य की सडक़ों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार ने ‘सडक़ सुरक्षा फोर्स’ की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि अपनी किस्म की यह पहली विशेष फोर्स पंजाब में रोज़ाना के हो रहे सडक़ हादसों में जा रही कई कीमती जानों को बचाने के लिए एक अहम भूमिका निभाएगी और इस फोर्स को अंधाधुन्ध ड्राइविंग करने को रोकने और सडक़ों पर वाहनों के यातायात को सुचारू बनाने और अन्य सडक़ हादसों की रोकथाम का काम सौंपा जायेगा।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि शुरुआती तौर पर अति-आधुनिक यंत्रों से लैस 144 वाहन हर 30 किलोमीटर के बाद सडक़ों पर तैनात किये जाएंगे और इन वाहनों में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को इमरजेंसी इलाज मुहैया करवाने के लिए मेडिकल किट भी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मचारियों के साथ लगने वाले ‘कच्चे’ शब्द को ख़त्म करके सभी कानूनी और प्रशासनिक अड़चने पार करते हुए 12 हजार 710 अध्यापकों की सेवाओं को रेगुलर किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि रेगुलर होने से इन अध्यापकों को छुट्टियों समेत अन्य लाभों के साथ-साथ वेतन में पांच प्रतिशत की सालाना वृद्धि मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ऐसे और भी बहुत से कर्मचारियों की सेवाएं रेगुलर कर दी जाएंगी, जिसके लिए प्रक्रिया पहले ही जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राज्य में प्रवास के रुझान का उल्टा दौर शुरू हो गया है, क्योंकि जो नौजवान रोजग़ार के लिए विदेश गए थे, वह अब राज्य में सरकारी नौकरियां लेने के लिए वापस आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तो अभी केवल शुरुआत है और आने वाले समय में ऐसे और नौजवानों को नौकरियां मिलेंगी, जिससे नौजवान पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में बराबर के हिस्सेदार बन सकेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार नौजवानों को रोजग़ार के अवसर देकर उनके अधिकारों के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने नये भर्ती हुए नौजवानों को अपने पद का प्रयोग लोगों के कल्याण के लिए करने और उनको परेशानी मुक्त इन्साफ दिलाने के लिए समझदारी और ईमानदारी से ड्यूटी करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
इस मौके पर राजस्व मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर, डी.जी.पी. गौरव यादव, वित्त कमिश्नर ( राजस्व) के.ए.पी. सिन्हा, सचिव गृह गुरकीरत किरपाल सिंह, सचिव ट्रांसपोर्ट दिलराज सिंह संधावालिया और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।