रांची। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा कारात ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार भाजपा विरोधी राज्य सरकारों को परेशान कर रही है। केंद्र की ओर से उन राज्यों की आर्थिक नाकेबंदी कर उन्हें संकट में डालने की साजिश की जा रही है।
संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित कर वृंदा कारात ने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब है, बेरोजगारी, बढती महंगाई, मेहनतकशों के जीवन जीविका पर संकट और कार्पोरेट घरानों को लूट की छूट। उन्होंने कहा कि वैसे नेता जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं लेकिन उनके भाजपा में शामिल हो जाने से वे पुरी तरह ”दुध के धूले हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार षडयंत्र पूर्वक हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर झारखंड में राजभवन के सहयोग से सरकार गिराने का खेल खेलने की विफल कोशिश की गयी। इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम ही होगा। भाजपा जैसा सोच रही है कि आम चुनाव का परिणाम उसके पक्ष में जायेगा। वैसा नहीं होने जा रहा है क्योंकि आम जनता, मजदूर – किसान सहित सभी तबके भाजपा और मोदी सरकार की जनविरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन का रास्ता अपना रहे हैं। आगामी 16 फरवरी को किसानों – मजदूरों द्वारा आयोजित होने वाली देशव्यापी जन कार्रवाई इसका ताजा उदाहरण है।
मौके पर माकपा संबोधित करते हुए सीपीआई (एम) के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने बताया कि पार्टी राज्य कमिटी ने एचईसी के मजदूरों और अधिकारियों की ओर प्लांट को बचाने के लिए चलाए जा रहे। आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से मांग की गई।