दुमका। दुमका पुलिस ने ज्वेलरी व्यवसायी से लूट और हत्याकांड के मामले का खुलासा करते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने में सफल रही। हालांकि अब भी नामजद समेत दो अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर है। मामले का खुलासा करते हुए एसपी पितांबर सिंह खेरवार ने समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर किया।
एसपी ने बताया कि मसलिया थाना क्षेत्र के व्यवसायी से लूट और हत्या का मुख्य कारण व्यवसायी प्रतिस्पर्धा रहा है। गिरफ्तार पेशेवर अपराधियों में जामताड़ा जिला के फतेहपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी मेहबूब अंसारी, नारायणपुर थाना क्षेत्र के पोखरिया गांव निवासी साकिर अंसारी उर्फ फौजदारी एवं नारायणपुर थाना क्षेत्र के नारूडीह गांव निवासी नौशाद अंसारी है। तीनों पेशेवर अपराधी जामताड़ा जिला के है। वहीं अन्य गिरफ्तार अपराधी में ज्वेलरी व्यवसायी रामचंद्र वर्मा एवं उनके पुत्र राजेश वर्मा है।
एसपी ने बताया कि व्यापारिक प्रतिद्वंदीता के कारण व्यवसायी रामचंद्र वर्मा अपने पुत्रों के साथ मिलकर पेशेवर अपराधी मेहबूब अंसारी को मृतक व्यवसायी संजय राणा को ठिकाने लगाने का सुपारी दिया था। डरा- धमका कर व्यवसायी मृतक संजय राणा के मसलिया थाना क्षेत्र के आश्रम मोड़ स्थित दुकान को हटाने को लेकर साजिश रची थी। पेशेवर अपराधी मेहबूब अपने तीन अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम बीते 28 दिसंबर को देने पहुंचा। जहां मृतक संजय राणा के दुकान समेट घर जाने के दौरान घर से महज 500 मीटर की दूरी पर अपराधियों ने व्यवसायी को निशाना बनाना चाहा। लेकिन संजय राणा के जरिये विरोध करने एवं अपराधियों में एक को धर दबोचने के कारण अपराधियों ने देशी कट्टा से गोली चला दिया। गोली व्यवसायी संजय राणा के कमर में लगी। इसके बाद अपराधियों ने तीन किलो चांदी का जेवर और नगदी 15 हजार रूपये लूट भागने में सफल रहे।
एसपी ने बताया कि आरोपित व्यवसायी रामचंद्र वर्मा का आश्रम मोड़ पर जेवलर्स का दुकान है। पूर्व में दिवंगत संजय राणा का थाना क्षेत्र के रानीघाघर में भी ज्वेलर्स का दुकान चलाता था। बाद में एक अन्य दुकान आश्रम मोड़ पर खोल लिया। जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ी और व्यवसायी रामचंद्र वर्मा को व्यापार में नुकसान होने लगा। इस कारण व्यवसायी रामचंद्र वर्मा ने अपने दो बेटे के साथ मिलकर दिवंगत संजय राणा को रास्ते से हटाने की साजिश रची। साजिश को अंजाम देने के लिए पेशेवर अपराधी मेहबूब अंसारी से संपर्क साधा।
पेशेवर अपराधी मेहबूब घटना को अंजाम देने में दो तरफा फायदा देख अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया। लूटपाट के दौरान विरोध करने पर व्यवसायी संजय राणा को गोली मार दी। गंभीर अवस्था में घायल संजय राणा को इलाज के लिए फुलो-झानों मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिकी उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। जहां इलाज के क्रम में पश्चिम बंगाल के आसनसोल में दम तोड़ दिया। पुलिस मामले में साजिशकर्त्ता पिता-पुत्र और पेशेवर अपराधी समेत पांच को गिरफ्तार करने में सफल रही।
वहीं घटना के एक नामजद आरोपी व्यवसायी पुत्र मुकेश वर्मा एवं पेशेवर अपराधी गिरोह का एक सदस्य समेत दो अब भी पुलिस के पकड़ से दूर है। दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी जल्द करने का पुलिस ने दावा किया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक देशी पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस, लूटे गए चांदी के जेवरात और लूट में प्रयुक्त अपाची बाईक जब्त किया गया है। गिरफ्तार पेशेवर अपराधी मेहबूब अंसारी, साकिर अंसारी उर्फ फौजदारी एवं नौशाद अंसासरी उर्फ निषाद अली का पूर्व से लूट, हत्या और आर्म्स एक्ट के करीब आधा दर्जन से अधिक मामले में देवघर एवं जामताड़ा के विभिन्न थाना में दर्ज है।