हजारीबाग: स्थानीय इंदिरा गांधी मेमोरियल पब्लिक स्कूल, मंडई कलां ने एक यादगार सामूहिक वनभोज का आयोजन किया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों के बीच अनुशासनिक दूरी को मिटाकर पारिवारिक माहौल का अनुभव कराया गया। विद्यालय के निदेशक बिपिन कुमार सिन्हा और प्राचार्या वीणा प्रसाद की प्रेरणा से यह कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें 600 छात्र-छात्राओं के साथ 25 शिक्षक और 10 शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
ककोलत जलप्रपात: शिक्षा और मस्ती का केंद्र
वनभोज के लिए बिहार के नवादा स्थित ककोलत जलप्रपात जैसे रमणीय स्थल का चयन किया गया। यहां छात्रों ने प्रकृति की गोद में जमकर मौज-मस्ती की और साथ ही शैक्षणिक एवं भौगोलिक ज्ञान अर्जित किया। शिक्षकों ने जलप्रपात की प्राकृतिक संरचना और आसपास के क्षेत्र से संबंधित उपयोगी जानकारी साझा की, जिससे छात्रों को मनोरंजन के साथ-साथ सामान्य ज्ञान का भी लाभ मिला।
पारिवारिक माहौल की अनूठी पहल
प्राचार्य बिपिन कुमार सिन्हा ने कहा, “वर्षभर शिक्षकों और छात्रों के बीच एक औपचारिक दूरी रहती है। ऐसे आयोजन छात्रों को पारिवारिक और सहज माहौल प्रदान करते हैं, जिससे आपसी समझ और स्नेह बढ़ता है।”बच्चों ने शिक्षकों की देखरेख में जलप्रपात के पानी में सुरक्षित तरीके से स्नान का आनंद लिया। इसके बाद वहां स्थित काली माता मंदिर में दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभव भी प्राप्त किया। यह वनभोज न केवल छात्रों के लिए मनोरंजन का जरिया बना, बल्कि एक अनूठी सीखने की प्रक्रिया भी। कार्यक्रम के सफल आयोजन ने सभी के दिलों में उत्साह और आनंद के नए रंग भर दिए।