खूंटी। नालसा नई दिल्ली और झालसा रांची के निर्देश पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा अध्यक्ष रसिकेस कुमार के मार्गदर्शन में गणतंत्र दिवस पर रविवार को उपकारा खूंटी जेल में लोक अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर मेडिकल चेकअप कैंप का आयोजन किया गया।
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक बंदी को रिहा किया गया। इसके लिए पांच कैदियों ने आवेदन दिये थे। कार्यक्रम में उपस्थित कैदियों को संबोधित करते हुए डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने डालसा के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डालसा वैसे परिवार को मदद करता है, जिसकी वार्षिक आय तीन लाख से कम हो, उसे निःशुल्क सहायता उपलब्ध कराती है। डालसा वैसे लोगों की मदद के लिए अंतिम पायदान तक पहुंचने में प्रयासरत है।
उन्होंने बंदियों को उनके अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक कराधीन बंदी को अपने-अपने वाद संख्या के बारे, अपने अधिवक्ता का नाम एवं मोबाइल नंबर की जानकारी रखने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कैदी ’अपने कीमती समय का सदुपयोग करें और ’खाली समय में अपने रचनात्मक और कलात्मक ज्ञान का सही उपयोग करें।
मौके पर चिकित्सा विभाग की टीम के जरिये उपकारा खूंटी में चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया गया, जिसमें उपकारा खूंटी के काराधीन बदियों के स्वास्थ्य को देखते हुए सभी का इलाज किया गया और दवा उपलब्ध कराई गई।
कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार, डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर, अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी विद्यावती कुमारी, प्रभारी, कारा अधीक्षक अनुराधा कुमारी, डालसा के एलएडीसी राजीव कमल, एलएडीसी डिप्टी चीफ नम्रता कुमारी, उपकारा के बडो बाबू शहजादा खान, डालसा पीएलवी और उपकारा खूंटी के कर्मी उपस्थित थे। यह जानकारी डीएलएसए सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने दी।