कोडरमा। वन विभाग के सौजन्य से विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय स्थित आडिटोरियम में सर्पदंश व मानव-हाथी द्धन्द से बचाव एवं गिद्ध संरक्षण पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। उपायुक्त मेघा भारद्वाज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई और विशिष्ट अतिथि के रूप में एसपी अनुदीप सिंह व डीडीसी ऋतुराज शामिल हुए। कार्यशाला में सर्वप्रथम वन क्षेत्र पदाधिकारियों के द्वारा अतिथियों को बुके देकर स्वागत किया गया। कार्यशाला में जिले के सभी वन समिति के अध्यक्ष, सदस्य, वन रक्षी, रेस्क्यू टीम के सदस्य शामिल हुए।
वहीं मुख्य अतिथि उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने कहा कि हमें प्रकति को नुक़सान होने से बचाना चाहिए। इसके लिए अधिक से अधिक पौधे लगाये ताकि पर्यावरण का संरक्षण किया जा सके। उन्होंने कहा कि विकास एवं पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। यह न केवल मानव जगत के लिए संपूर्ण जीव जगत के लिए आवश्यक है। ऐसा सभी के प्रयास से संभव है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें हमेशा सजग रहना चाहिए। उपायुक्त ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाएं। वहीं एसपी अनुदीप सिंह ने कहा कि मनुष्य का प्रकृति से अटूट संबंध है। प्रकृति व पर्यावरण संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी है।
डीएफओ सूरज कुमार सिंह द्वारा स्वागत संबोधन किया गया। वहीं उन्होंने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सर्पदंश व हाथी से बचाव व गिद्ध संरक्षण पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आप सभी सदस्य इसका अच्छे से प्रशिक्षण लें। आप लोग गांव स्तर से जुड़े रहते हैं और लोगों को सर्पदंश व हाथी व बचाव के प्रति जागरूक करें।
वहीं डीडीसी ऋतुराज ने कहा कि जलवायु और पर्यावरण की रक्षा के लिए हमारे प्रयासों का संगठित होना बहुत ज़रूरी है। जिले के एक-एक नागरिक जब जल, वायु और जमीन के संतुलन को साधने के लिए एकजुट होकर प्रयास करेगा, तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित पर्यावरण दे पाएंगे।
सर्पदंश व मानव-हाथी द्धन्द से बचाव एवं गिद्ध संरक्षण से संबंधित जागरूकता एवं प्रशिक्षण के बारे में राज्य वन्य प्राणी के सदस्य डाॅ. सत्यप्रकाश द्वारा जानकारी दिया गया। सर्पदंश से बचाव और सर्पदंश होने की स्थिति में क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए। इसके लिए प्राथमिक उपचार क्या है, इसकी विस्तृत जानकारी दिया गया। साथ ही लाइव डिमोटेशन कराकर घर में सांप आने पर कैसे रेस्क्यू करें। कोडरमा वन प्रमंडल के द्वारा गिद्ध संरक्षण योजना के तहत गिद्धों का सर्वे और संरक्षण व बचाव के लिए कार्य किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त गांव में हाथी आ जाने पर उससे बचाव करने के तरीके को बताया गया। वहीं उपायुक्त मेघा भारद्वाज, एसपी अनुदीप सिंह, डीएफओ सूरज कुमार सिंह, डीडीसी ऋतुराज द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण करने का संदेश दिया। मौके पर एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, वन समिति के अध्यक्ष, सदस्य, वन रक्षी, रेस्क्यू टीम के सदस्य मौजूद रहे।