कोडरमा। जिला प्रशासन एवं बाल कल्याण संघ रांची के सौजन्य से समाहरणालय सभागार में संवर्द्धन 3. 0 शुभारंभ समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रियंक कानूनगो अध्यक्ष राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली शामिल हुए और उनकी अध्यक्षता में समारोह का संपूर्ण कार्यवाही संपन्न हुआ। प्रियंक कानूनगो राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, उपायुक्त मेघा भारद्वाज, उपायुक्त गिरीडीह नमन प्रियेश लकड़ा व अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया गया। जिले में बाल तस्करी रोकथाम हेतु कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे बच्चों एवं उनके परिवार को सामाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ने हेतु कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
प्रियंक कानूनगो ने कहा कि बाल तस्करी को रोकने के लिए कई तरह की गतिविधियां करने कि जरूरत है। उन्होंने कहा कि बाल तस्करी होने का मुख्य कारण गरीबी और आर्थिक कमजोरी है, जो बच्चों को अपने मां-बाप से दूर करती है। हमें बच्चों के संरक्षण के लिए गंभीर रूप से कार्य करना चाहिए। वहीं उन्होंने बाल तस्करी से संबंधित कई उदाहरण देते हुए रेस्क्यू करने की मामले को बताया और कहा कि बाल तस्करी की रोकथाम के लिए कार्य करना है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में कई स्थानों पर ऐसे प्लैसमेंट एजेंसी है, जो बच्चों को लुभावने वाले बातें कर मानव तस्करी को बढ़ावा दे रहे हैं, इन चीजों को रोकने की आवश्यकता है।
ग्राम सभा और समाज के बीच आमजनों को बाल तस्करी की रोकथाम के लिए जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी द्वारा भी झारखंड राज्य को बाल तस्करी से मुक्त कराने की बात कही गई है, जिसके लिए हर कार्य करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को झारखंड को बाल तस्करी से मुक्त करने का लक्ष्य दिया है।
वहीं उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने कहा कि आर्थिक स्थिति खराब होने पर बच्चे बाहर कार्य करने जाते हैं और वे बाल तस्करी के शिकार हो जाते हैं। उन्हें इन चीजों से बाहर निकलने की जरूरत है। उन्हें सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। कोई भी गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं, तो उन्हें स्वास्थ्य विभाग से कई योजनाएं का लाभ देकर स्वास्थ्य ठीक किया जाता है। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी योजनाओं से अच्छादित किया जा रहा है, ताकि वे स्वरोजगार से जुड़कर आजीविका का स्रोत बना सके और उन्हें आय के स्रोत के लिए बाहर जाना न पड़े। उपायुक्त ने कहा कि बाल तस्करी रोकने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है।
गिरीडीह उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि बाल तस्करी रोकने के लिए जिला प्रशासन गिरीडीह तत्परता से कार्य कर रही हैं और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आमजनों को इसके रोकथाम के लिए जागरूक किया जा रहा है। मानव तस्करी से संबंधित मामलों पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। एसपी अनुदीप सिंह ने कहा कि बाल तस्करी रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन की टीम तत्परता के साथ कार्य करेगी। मंच का संचालन डीएसडब्लूओ शिप्रा सिन्हा ने किया एवं डीडीसी ऋतुराज द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
मौके पर डीडीसी ऋतुराज, एसी पूनम कुजुर, एसडीओ रिया सिंह, डीएसडब्लूओ शिप्रा सिन्हा, डीडब्लूओ अभिषेक आनंद, डीएसई अजय कुमार, सभी बीडीओ, संजय कुमार मिश्रा, संस्थापक बाल कल्याण संघ, शिवानी प्रिया, वी.पी. पांडेय, मदन साहू, रंजन सिन्हा, सृष्टि कुमारी, संतोष कुमार, शारदा सुब्रमण्यम का सहयोग रहा।