पलामू: रामगढ़-डालटनगंज मुख्य मार्ग पर नावाडीह के बगनी झरिया में शनिवार को अज्ञात हाइवा की चपेट में आने से बाइक सवार मजदूर बेडमा निवासी जाकिर मियां की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसका सिर फट गया। घटना के तुरंत बाद नावाडीह के मुखिया दयानंद प्रसाद के जरिये पुलिस के साथ शव को उठवा देने से परिजन और ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।
ग्रामीणों के जरिये मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया है। मुखिया से पूछा जा रहा है कि आखिर उन्होंने परिजनों के आने से पहले ही
शव को क्यों उठवा दिया। परिजनों ने बताया कि मुखिया का हाइवा होने के कारण उन्होंने पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर ऐसा कदम उठाया। सड़क जाम से कई वाहन फंस गए हैं। आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जाकिर मियां हीरो स्पेलेंडर बाइक (जेएच 03एई 5318) से डालटनगंज मजदूरी करने के लिए आ रहा था। डालटनगंज से उसे ट्रेन पकड़कर दूसरी जगह मजदूरी करने जाना था। जाकिर पेंटर का काम करता था। उसके दो बच्चे हैं। दोनों लड़की है।
परिजनों के अनुसार डालटनगंज आने के क्रम में किसी दूसरी बाइक से उसकी बाइक में पहले टक्कर हुई और नियंत्रण खोने से जाकिर गिर गया। पीछे से आ रहा एक हाइवा उसके सिर पर चढ़कर पार हो गया। परिजनों का कहना है कि घटना की सूचना मिलने पर मृतक की बहन मौके पर पहुंच गई थी। वह शव देखना चाहती थी, लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया।
मृतक के बहनोई शेर मोहम्मद ने कहा कि परिजनों के आने से पहले शव उठाना सही नहीं रहा। मुखिया ने प्रशासन के साथ मिलकर परिजनों को धोखा दिया है। नियमानुसार मुखिया को ग्रामीणों का साथ देना चाहिए, लेकिन उन्होंने पुलिस प्रशासन को सहयोग किया।
ग्रामीण अजीमुद्दीन अंसारी ने कहा कि सड़क जाम किया गया है। ग्रामीण और परिजन मुखिया दयानंद प्रसाद से पूछना चाहते हैं कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया। उन्होंने गद्दारी की है। मुखिया बताएं कि किस हाइवा की चपेट में आने से जाकिर की मौत हुई।
उल्लेखनीय है कि रमकंडा- डालटनगंज रोड में नावाडीह में संचालित विभिन्न क्रशर से निकलने वाले हाइवा की चपेट में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।