पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह को दिल्ली के निगम बोध घाट पर नेताओं और परिवार द्वारा अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की बड़ी बेटी ने मुखाग्नि दी। इसी के साथ वह हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो गए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कई अन्य हस्तियों ने सिंह को अंतिम विदाई दी।
मनमोहन सिंह अमर रहें के लगे नारे
इससे पहले, कांग्रेस मुख्यालय से निगमबोध घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकली। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मनमोहन आपका नाम रहेगा’ और ‘मनमोहन सिंह अमर रहें’ के नारे लगाते रहे। सिंह का पार्थिव शरीर जिस वाहन में रखा गया, उसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सिंह के परिवार के कुछ सदस्य और कांग्रेस के कुछ नेता भी बैठे थे। अंतिम यात्रा से पहले सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय ‘24 अकबर रोड’ में रखा गया था जहां सोनिया गांधी, खरगे, राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दुनियाभर के नेताओं ने जताया शोक
पूर्व पीएम ने गुरुवार को दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली थी।पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, रूस, पाकिस्तान और श्रीलंका समेत दुनियाभर के नेताओं ने शोक जताया।सभी देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को याद किया।अफगानिस्तान, मालदीव, मॉरीशस और नेपाल के नेताओं ने भी उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।
मनमोहन की पार्थिव देह को सुबह 9:30 बजे उनके आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया था। यहां डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और बेटी दमन सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी, सोनिया और प्रियंका के अलावा अन्य कांग्रेस नेताओं ने मनमोहन सिंह के अंतिम दर्शन किए।
राष्ट्रपति मुर्मू ने करीब 2 मिनट तक सलाम कर दी विदाई, मौजूद लोग हुए भावुक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ-साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की. द्रौपदी मुर्मू कुछ देर तक मौन खड़ी होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कम से कम दो मिनट तक प्रेसिडेंट ने सैल्यूट करके मनमोहन सिंह को आखिरी विदाई दी।वहां पर मौजूद पीएम मोदी ने भी आंख बंद करके विदाई दी।
सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले सोनिया गांधी कांग्रेस मुख्यालय भी पहुंची थीं।
प्रधानमंत्री के रूप में उठाए ऐतिहासिक कदम
प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने सूचना क्रांति, मनरेगा, किसानों की कर्जमाफी, और शिक्षा के अधिकार जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए। उन्होंने सूचना का अधिकार (RTI), शिक्षा का अधिकार (RTE) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की। नरसिम्हा राव सरकार में उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था। 1991 में उन्होंने देश को आर्थिक संकट से बचाया था इसलिए डॉक्टर साहब को आर्थिक सुधारों का महानायक कहा जाता है।
मनमोहन के स्मारक पर छिड़ा विवाद
निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। केसी वेणुगोपाल ने कहा- सरकार पूर्व पीएम का स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तलाश पाई। ये देश के पहले सिख पीएम का अपमान है।
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी-शाह से मांग की थी कि मनमोहन सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं स्मारक बनाया जाए। हालांकि, गृह मंत्रालय ने देर रात बताया कि स्मारक की सही जगह तय करने में कुछ दिन लग सकते हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।