संसद का बजट सत्र आज (31 जनवरी) से शुरू हो गया है. राष्ट्रपति अभिभाषण के साथ यह सत्र शुरू हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुए हादसे पर शोक जताते हुए अभिभाषण की शुरुआत की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का ऐतिहासिक पर्व चल रहा है। महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई है। उन्होंने मौनी अमावस्या पर हुए हादसे पर दुख जताया और अपनी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी श्रद्धांजलि दी।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रही हैं। बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण की समाप्ति के बाद भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल शनिवार, 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट 2025 पेश करेंगी।
आइए जानते हैं कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में क्या कुछ कहा है
राष्ट्रपति ने कहा कि माननीय संसद संसद के बैठक संबोधित करते हुए खुशी हो रही है। 75 साल संविधान का पूरा हुआ है। बाबा अंबेडकर समेत अन्य संविधान निर्माताओं को नमन करती हूं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘प्रधानमंत्री आवास योजना का विस्तार करते हुए तीन करोड़ अतिरिक्त परिवारों को नए घर देने का निर्णय लिया गया है। जनजातीय समाज के पांच करोड़ लोगों के लिए “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष” अभियान प्रारंभ हुआ है। भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को आज मेरी सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सत्तर वर्ष और उससे अधिक उम्र के छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा देने का फैसला हुआ है। ‘युवाओं को 500 शीर्ष कंपनियों में इंटर्नशिप मिलेगी जिससे उनके लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे। पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 25 हजार बस्तियों को जोड़ने के लिए 70 हजार करोड़ का प्रावधान हुआ है।
आठवें वेतन आयोग का निर्णय
राष्ट्रपति ने कहा, ‘सरकार ने आठवें वेतन आयोग का निर्णय लिया है. इससे केन्द्रीय कर्मचारियों को बहुत फायदा मिलेगा।मेरी सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बहुत काम कर रही है। 6 माह में 17 नई वंदे भारत और एक मनोभारत ट्रेन मिली है। वन नेषशन वन इलेक्शन के लिए सरकार ने कदम बढ़ाए हैं। 10 साल में विकसित भारत की ओर तेजी से कदम बढ़ें हैं। भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। सरकार ने सेवा , सुशासन आदि को प्रथमिकता में रखा है। सरकार का मंत्र है सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, जिसका मकसद है विकसित भारत का निर्माण।
लोन पर सब्सिडी
स्वच्छ भारत के तहत 12 करोड़ शौचालय, उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर जैसी योजना के तहत गरीबों को सम्मान रहने का अधिकार मिला है। 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं। मध्यम वर्ग जितने सपने देखेगा देश उतना ही उड़ान भरेगा। सरकारी कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग के गठन का निर्णय लिया गया है। ये वेतन वृद्धि का आधार बनेगा। UPS का निर्माण किया गया है। मध्यम वर्ग का अपने घर का सपना पूरा करने के लिए RERA जैसे कानून बनाए गए हैं। लोन पर सब्सिडी दी जा रही है।उड़ान योजना ने 1.5 करोड़ लोगों को हवाई जहाज में उड़ने का सपना पूरा किया है।
हर विषय की पढ़ाई के लिए सीटों में वृद्धि की गई है। सरकार ने टैक्स से जुड़े मसलों को आसान किया है। पारदर्शिता बढ़ाई गई है। 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को स्वयं फैसले का अधिकार लिया गया है।
नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण
नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण बड़ा कदम है। स्व्यं सहायता समूह के तहत महिलाओं को मजबूत किया गया है। 10 करोड़ महिलाओं को जोड़ा गया है। 1 करोड़ से अधिक लखपति दीदी बन चुकी हैं और इसे 3 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है। नेचुरल फैर्मिंग को बढ़ाया जा रहा है और हमारा पशुधन मजबूत हो रहा है। ड्रोन दीदी योजना का भी जिक्र। बेटियां लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं और कंपनियों का नेतृत्व कर रही हैं। हमारी बेटियां आज ओलंपिक में मेडल ला रही हैं और देश का मान बढ़ा रही हैँ।
युवाओं के लिए दो लाख करोड़ का पैकेज स्वीकृत
बीते एक दशक में हमारा युवा स्पेस तक की फील्ड में देश का मान बढ़ा रहे हैं और राष्ट्र निर्माण कर रहे हैं। बीते दो साल में 2 लाख स्थायी नौकरियां दी गई हैं। सरकार ने युवाओं के लिए दो लाख करोड़ का पैकेज स्वीकृत किया गया है। जिनमें से एक फैसला इंटर्नशिप योजना है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल टेक्नॉलॉजी के मामले में भारत दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। सरकार छात्रों के लिए आधुनिक शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। मातृभाषा में शिक्षा दी जा रही है, परीक्षा मातृभाषा में ले जा रही है। बीते एक दशक में उच्च शिक्षा संस्थानों की संख्या बढ़ाई गई है।
भारत के निर्मित गगनयान से एक भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा। भारत ने अपने स्पेस स्टेशन का मार्ग आसान कर दिया है। इसरो ने 100 लॉन्च सफल किया है और सैटेलाइट स्थापित किया है। राष्ट्रीय स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। शतरंज चैपियनशिप में भी भारत का परचम लहराया है। दिव्यांगो के खेल के लिए भी सुविधाएं बढ़ाई गई हैं।
इंडिया एआई मिशन” प्रारम्भ
अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 50000 करोड़ के तहत संस्थान की स्थापना की गई है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र के लिए इंडिया मिशन AI शुरु किया गया है। सरकार ने अर्थवयवस्था को मजबूत करने के लिए काम किया है। कोविड के हालात और युद्ध जैसे हालात के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था ने स्थायित्व दिखाया है वह उसकी शक्ति का उहादरण है।
लोन को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख किया गया
मेक इन इंडिया के तहत बड़े ब्रांड्स पर पर भी मेक इन इंडिया के लोगो दिखने लगे हैं। छोटे उद्यमियों को स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैं।एमएसएमई को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुद्रा योजना के तहत लोन को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दिया है। लोन, बीमा, क्रेडिट कार्ड आदि सबको आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। रेहड़ी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ मिल रहा है। देश में छोटे बिजनेस को आगे बढ़ने का समान अवसर मिल रहा है। आज भारत तकनीत के क्षेत्र में प्रमुख ग्लोबल प्लेयर है। 5G की शुरुआत इसका उदाहरण है। यूपीआई से विकसित देश भी प्रभावित हैं। 50 फीसदी से ज्यादा डिजिटल पेमेंट भारत में हो रहा है। इसकी सुविधा बड़े लोगों से लेकर छोटे दुकानदार तक उठा रहे हैं।
ईगवर्नेंस को बढावा दिया गया है। डिजिलॉकर ने लोगों को कहीं भी दस्तावेजों को आसानी से उपलब्ध कराया है। साइबर क्राइम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। साइबर सिक्योरिटी में लगातार कार्य किया जा रहा है। भारत को साइबर सिक्योरिटी में टियर 1 स्टेटस मिसल गया है।
इंफ्रांस्ट्रक्चर में रिकॉर्ड निवेश
राष्ट्रपति ने कहा, ‘साइबर क्राइम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। साइबर सिक्योरिटी में लगातार कार्य किया जा रहा है। भारत को साइबर सिक्योरिटी में टियर 1 स्टेटस मिल गया है। भारत ने वर्ल्ड क्लास इंफ्रांस्ट्रक्चर के कारण इन्वेस्टर का ध्यान अपनी ओर खींचा है। हाइवे आदि को तेजी से पूरा किया जा रहा है। इसका बजट 2 लाख करोड़ से बढ़ाकर 11 लाख करोड़ कर दिया गया है। बीते 6 महीने में इंफ्रांस्ट्रक्चर में रिकॉर्ड निवेश हुआ है। अब देश जल्द ही कश्मीर से कन्याकुमारी तक जुड़ जाएगा। चिनाब ब्रिज का निर्माण किया गया है। एयरपोर्ट की संख्या दोगुनी कग गई है। दिल्ली मे मेट्रो 2014 में 200 किमी तक थी आज ये दोगुना से भी ज्यादा हो गया है। भारत मेट्रो नेटवर्क में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है।’
75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने
राष्ट्रपति ने बताया, ‘समाज के हर वर्ग तक सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मिले ये सरकार का लक्ष्य है। एक लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। कैंसर मरीजों की दवाओं को कस्टम से मुक्त कर दिया गया है। सर्वाइकल कैंसर के लिए 9 करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग हो चुकी है। दिमागी बुखार के मामले कम हुए हैं। टीबी के मरीजों की संख्या घटी है, हम सभी टीबी मुक्त भारत बनाने में अपना योगदान दे। मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार नई सीटों का सृजन किया गया है। ‘
कृषि क्षेत्र पर क्या कहा?
‘मेरी सरकार फसलों का उचित दाम दिलाने और किसानों को आय बढ़ाने पर काम कर रही है। अनाज का उत्पादन 332 मिलियन टन तक पहुंच गया है। फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी की गई है। अच्छी उपज के लिए 109 उन्नत प्रजातियां किसानों को सौंपी गई है। खाद्य तेलों और तेंदू उत्पादन को बढ़ाने का काम किया गया है। प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय मिशन चलाया जा रहा है।’
दलित, वंचित और आदिवासी समाज पर क्या कहा?
राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा, हम जब राष्ट्र के विकास की बात करते हैं तोे राष्ट्र के नागरिकों के योगदान की बात कर रहे होते हैं। देश के वंचित और गरीब आदिवासियों को लाभ मिल रहा है और वे पहली प्राथमिकता हैं। इसके लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। 770 से ज्यादा एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों में लाखों बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। आदिवासी क्षेत्रों में 30 नए मेडिकल कॉलेज खुले हैं। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जा रही है।
सरकार नॉर्थ इस्ट के राज्यों के लिए काम किया है उनसे दिलों की दूरी को समाप्त किया है। शांति के कई समझौते हुए हैं लोगों को जोड़ने का काम किया गया है। पूर्वी राज्यों के विकास की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप में भी कई योजनाएं शुरू की गई हैं.। जम्मू-कश्मीर में 370 हटने के बाद विकास का एक नया वाातावरण बना है। प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुए हैं। इसके लिए लोग बधाई के पात्र हैं।