रांची: रांची के कांके पिठौरिया थाना क्षेत्र में सरहुल की शोभा के मौके पर हुए हिंसक झड़प के खिलाफ आदिवासी समुदाय के लोग सड़क पर उतरे हैं. पिथोरिया थाना क्षेत्र में रोड में उतरकर पिथोरिया बंद करवा रहे हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगो ने सड़क जाम किया हैं. जिसके बाद पतरातू रोड पूरी तरह से जाम हो गया है. इस झड़प में पुलिस के द्वारा 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर आदिवासी समुदाय के लोग अड़े हुए हैं.
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क्या है मामला :
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पूरा मामला रांची के पिठोरिया थाना क्षेत्र के हेड़ाबालू का है, जहां सरहुल जुलूस के दौरान गांव में ही लगाया गया झालर जुलूस के झंडे से टूट गया. झालर दूसरे पक्ष के लोगों ने लगाया था. झालर टूटने से नाराज लोगों ने सरहुल जुलूस में जा रहे लोगों पर हमला कर दिया. इस दौरान जमकर मारपीट हुई. गांव के कुछ प्रबुद्ध लोगों ने आगे आकर मामले को संभाला और मारपीट कर रहे महिलाओं और पुरुषों को खदेड़ दिया. मामले को लेकर ग्रामीणों ने एक वीडियो भी बनाया है जिसमें एक पक्ष दूसरे पक्ष की पिटाई कर रहा है.
वहीं सरहुल पूजा में शामिल लोगों ने बताया कि पूजा में शामिल लोगों पर बिना किसी कारण के हमला किया गया, जिसमें गांव के पाहन और एक युवक रवि मुंडा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. मामले को लेकर पूरे गांव में आक्रोश है. वहीं, घटना को लेकर कई भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर कड़ा आक्रोश जताया है और हेमंत सरकार से मारपीट में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

गांव में मारपीट की सूचना मिलने पर डीएसपी मुख्यालय अमर कुमार पांडेय कुछ ही देर में मौके पर पहुंचे, डीएसपी ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. कुछ लोगों ने गांव में ही सड़क जाम कर धरना देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सभी को समझा-बुझाकर घर वापस भेज दिया. डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने बताया कि गांव में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि इस विवाद को लेकर बुधवार को घटना स्थल पर पहुचे केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने प्रशासन से 24 घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग की थी. उन्होंने मौके पर कहा था कि अगर प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की तो पिठोरिया चौक बंद कर दिया जायेगा. लेकिन अब तह आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं हुई है इस लिए आदिवासी समुदाय में आक्रोश है. जिसे लेकर आज यानि गुरुवार को आदिवासी समुदाय के लोग बंद करने के लिए सड़क पर उतरे गये है.