जम्मू के कठुआ जिले में सोमवार दोपहर आतंकवादियों के काफिले पर हुए हमले में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर समेत पांच सैन्यकर्मी मारे गए और छह अन्य घायल हो गए। यह घटना भारतीय सेना की 9 कोर के अधिकार क्षेत्र में हुई। एक रक्षा अधिकारियों ने कहा, ”जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के माचेडी इलाके में आतंकवादियों ने भारतीय सेना के काफिले पर हमला किया। ये इलाका भारतीय सेना की 9 कोर के अंतर्गत आता है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
वहीं, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा कि कठुआ हमले में 5 जवानों की मौत का बदला लिया जाएगा और भारत इसके पीछे की बुरी ताकतों को हराएगा। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की। अरमाने ने कहा, “राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा।
कठुआ में कैसे हुआ सेना के काफिले पर हमला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोपहर करीब 3.30 बजे कठुआ से 150 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार के बदनोटा गांव के पास माचेडी-किंडली-मल्हार रोड पर नियमित गश्त पर निकले सेना के ट्रक पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका और गोलियां चलाईं। ट्रक में 10 सैनिक सवार थे, अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन आतंकवादी जंगल में भाग गए। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी जारी थी। उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
कश्मीर टाइगर्स ने हमले की जिम्मेदारी ली
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को मार गिराने के लिए इलाके में अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है। आतंकियों के बारे में कहा जाता है कि वे हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ कर के आए हैं और ऊंचे इलाकों की ओर जा रहे हैं।
एक अधिकारी ने कहा, “जो चार जवान घायल हुए हैं, वे उस वाहन में सवार थे, जो आतंकवादियों के ग्रेनेड हमले और गोलीबारी की चपेट में आ गया।” उन्होंने कहा घायलों को आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो की हालत गंभीर है।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन कश्मीर टाइगर्स ने हमले की जिम्मेदारी ली है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, यह घटना हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की 8वीं बरसी के साथ हुई।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकी हमले
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में कई आतंकी हमले हुए हैं। रविवार सुबह राजौरी जिले के मंजाकोट क्षेत्र में सेना के अड्डे पर हुए हमले के बाद जम्मू संभाग में ये दूसरा आतंकी हमला है, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया था।
शिविर की सुरक्षा कर रहे सेना के जवानों ने उस हमले का तुरंत जवाब दिया और आतंकवादियों को उनकी जगह से खदेड़ दिया। इलाकें में बंदूकधारियों को ढूंढने की कोशिश में, सेना और पुलिस ने बाद में गहन खोज और बचाव अभियान शुरू किया।
राजौरी जिले में हुई एक और घटना में एक सैन्य अड्डे के करीब गोलीबारी की खबरें हैं। सेना ने अभी तक इन दावों की पुष्टि नहीं की है कि मंजाकोटे सैन्य शिविर पर रात भर आतंकी हमले का प्रयास किया गया। हालांकि, एक सैनिक घायल हो गया।