रांची। झारखंड में साढ़े चार वर्षों में 8787 हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। राजधानी रांची में साढ़े चार वर्षों में सबसे अधिक 794 हत्या की वारदातें हुईं हैं।
पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार राज्य में वर्ष 2019 में 2058 हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इनमें रांची में 189, धनबाद में 102, गिरिडीह में 135, हजारीबाग में 103, जमशेदपुर में 93, पलामू में 121, साहिबगंज में 85, दुमका में 72, पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा )में 122, बोकारो में 88, लातेहार में 66, जामताड़ा में 28, सरायकेला में 64, सिमडेगा में 54, रेल धनबाद में छह, रेल जमशेदपुर में चार, देवघर में 97, गोड्डा में 76, गुमला में 128, लोहरदगा में 33, चतरा में 67, गढ़वा में 138, कोडरमा में 37 खूंटी में 81, रामगढ़ में 36, और पाकुड़ में 33 शामिल है। वर्ष 2019 में सबसे अधिक हत्या की वारदात राजधानी रांची में हुई है।
इसी प्रकार वर्ष 2020 में 1996 हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। इनमें रांची में 174, धनबाद में 108, गिरिडीह में 125, हजारीबाग में 124, जमशेदपुर में 111, पलामू में 124, साहिबगंज में 72, दुमका में 76 पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा )में 110, बोकारो में 84, लातेहार में 73, जामताड़ा में 35, सरायकेला में 53, सिमडेगा में 57, रेल धनबाद में तीन, रेल जमशेदपुर में एक, देवघर में 73, गोड्डा में 60, गुमला में 123, लोहरदगा में 35, चतरा में 75, गढ़वा में 106, कोडरमा में 46, खूंटी में 74, रामगढ़ में 38 और पाकुड़ में 36 शामिल है। वर्ष 2020 में राजधानी रांची में सबसे अधिक हत्या की वारदात हुई है।
वर्ष 2021 में हत्या की 1986 वारदात को अंजाम दिया गया है। इनमें रांची में 190, धनबाद में 109, गिरिडीह में 127, हजारीबाग में 116, पलामू में 122, साहिबगंज 59, दुमका में 65 पूर्वी सिंहभूम (चाईबासा) में 114, बोकारो में 81, लातेहार में 53 ,जामताड़ा में 35, सरायकेला में 68, सिमडेगा में 39, रेल धनबाद में तीन, रेल जमशेदपुर में दो, देवघर में 99, गोड्डा में 66, गुमला में 123, लोहरदगा में 30, चतरा में 61, गढ़वा में 137, कोडरमा में 38, खूंटी में 65, रामगढ़ में 35 और पाकुड़ में 43 शामिल है।
वर्ष 2022 में हत्या की 18 86 वारदात को अंजाम दिया गया है। इनमें रांची में 172, धनबाद में 102, गिरिडीह में 117, हजारीबाग में 114, पलामू में 115 ,जमशेदपुर में 93, साहिबगंज में 56 दुमका में 86 पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) में 114, बोकारो में 74, लातेहार में 54, जामताड़ा में 31, सरायकेला में 79, सिमडेगा में 47, रेल धनबाद में दो, रेल जमशेदपुर में पांच, देवघर में 113, गोड्डा में 50, गुमला में 90 ,लोहरदगा में 30 ,चतरा में 65 ,गढ़वा में 113, कोडरमा में 34, खूंटी में 65, रामगढ़ में 38 और पाकुड़ में 27 शामिल है।
इसी प्रकार वर्ष 2023 में अब तक 861 हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। इनमें रांची में 69, धनबाद में 51, गिरिडीह में 60, हजारीबाग में 56, साहिबगंज में 30, दुमका में 30 ,चाईबासा में 63, बोकारो में 38, लातेहार में 23, जामताड़ा में नौ, सरायकेला में 19, सिमडेगा में 22, रेल धनबाद में एक, देवघर में 48, गोड्डा में 27, गुमला में 31, लोहरदगा में 12, चतरा में 42, गढ़वा में 59, कोडरमा में 29, खूंटी में 22, रामगढ़ में 18 और पाकुड़ में 12 शामिल है। हालांकि, आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में अब तक पिछले चार वर्षों की तुलना में हत्या की वारदात कम हुई है।