खूंटी। मौसम का पूर्वानुमान कर फसलों पर मौसम का पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव से बचा जा सकता है और कृषि उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है। ये बातें कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ राजन चौधरी ने कही। हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत करते हुए डॉ चौधरी ने कहा कि मौसम के कुप्रभाव से फसलों को बचाने और किसानों को कृषि संबंधी सलाह देने के लिए ही जिला कृषि मौसम इकाई के तहत खूंटी में कृषि विज्ञान केन्द्र संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अंतर्गत पूरे देश में कृषि वज्ञिान केंद्र का संचालन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से किया जाता है। मौसम विज्ञानी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि है। खूंटी जिले में सिचाई की सुविधा नहीं के बराबर है और यहां के किसानों को पूर्ण रूप से वर्षा पर ही निर्भर रहना पड़ता है।
डोभा और कुएं में जमा पानी ही यहां सिचाई का मुख्य साधन है। ऐसे में जलवायु परिवर्तन हमारी खेतीबारी के लिए भी खतरा उत्पन्न कर रहा है, जबकि कृषि की उत्पादकता पूरी तरह मौसम, जलवायु और पानी की उपलब्धता पर निर्भर होती है। ऐसे में मौसम के बारे में पूर्वानुमान और सलाह किसानों के लिए वरदान साबित होती है। उन्होंने कहा कि जिला कृषि मौसम इकाई कृषकों को मौसम संबंधी सलाह के साथ-साथ मौसम आधारित खेती और पशुधन प्रबंधन की रणनीतियों और संचालन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत जिला और ब्लॉक स्तर पर मध्यम अवधि के मौसम का पूर्वानुमान तैयार किया जाता है।
यह केंद्र खूंटी में 2019 से संचालित है और जिले के सभी छह प्रखंडों तोरपा, रनिया, कर्रा, खूंटी, मुरहू और अड़की के किसानों के लिए मौसम संबंधी सलाह देता है। फिलहाल इस केंद्र से खूंटी जिले के पांच हजार से अधिक किसान जुड़े हुए हैं। डॉ चौधरी ने बताया कि किसानों के लिए मौसम पूर्वानुमान हर मंगलवार और शुक्रवार को आगामी चार दिनों के लिए जारी किया जाता है। उन्होंने बताया कि किसानों को नई कृषि तकनीक और मौसम के अनुसार कृषि कार्य करने की सलाह दी जाती है।
कृषि मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि केंद्र द्वारा अब तक एस सौ से अधिक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान से फसलों की कटाई, रख-रखाव, कीटनाश्कों का प्रयोग सहित अन्य कई बातों की जानकारी मिल जाती है। डॉ चौधरी ने किसानों से अपील की कि वे केंद्र की फसल बुआई, सिंचाई, उर्वरक और कीटनाशक के प्रयोग सहित अन्य सेवाओं का लाभ जरूर लें।