कोडरमा। प्रदेश की महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा मांझी गुरुवार को कोडरमा पहुंचीं। उन्होंने कोडरमा प्रखण्ड अंतर्गत बलरोटांड, सलईडीह, नावाडीह, झरीटांड इंदरवा, हुसैनाबाद एवं सिंग्लोडीह आंगनबाडी केन्द्रों का भ्रमण किया गया। आंगनबाडी केन्द्र बलरोटांड में सेविका द्वारा टीएलएम के माध्यम से केन्द्र में होने वाले गतिविधियों की जानकारी दी गई और बच्चों के द्वारा बनाये गये वस्तुओं को दिखाया गया।
उन्होंने पोषण वाटिका का भी भ्रमण किया। पोषण वाटिका में हरे-भरे साग-सब्जियां देकर प्रसन्न हुईं। इसके बाद उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र सलईडीह का भ्रमण किया, जहां छोटे-छोटे बच्चों के द्वार नृत्य कर इनका स्वागत किया गया। मंत्री ने आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के माता-पिता के साथ संवाद किया और बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं को जाना। मंत्री ने आंगनबाड़ी केन्द्र नावाडीह का भ्रमण किया, जहां सेविका द्वारा बताया गया कि इस आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से सवित्री बाई फुले किशोरी स्मृद्धि योजना से बच्चियों को लाभ दिया गया है।
हुसैनाबाद आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों द्वारा हाथ धोने के छह तरीकों के बारे में जानकारी दी गयी। बच्चों ने गुड टच और बेड टच की जानकारी दी। मौके पर विधायक डॉ नीरा यादव, उपायुक्त आदित्य रंजन, उप विकास आयुक्त ऋतुराज, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी व अन्य मौजूद थे। मंत्री जोबा मांझी गुरुवार को डोमचांच प्रखंड के स्वावलंबी गांव लक्ष्मीपुर पहुंची। वे बन रक्षा बंधन कार्यक्रम में शामिल हुई। जहां पर पेड़ में रक्षा सूत्र में बांधकर जंगल बचाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके बाद उन्होंने भूमि संरक्षण विभाग के बन रहे अमृत सरोवर का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने लक्ष्मीपुर गांव में स्थित गांव के चौपाल पर ग्रामीणों के साथ बैठक करके ग्राम सभा की।
मंत्री ने कहा कि आपलोगों के द्वारा सराहनीय कार्य किये जा रहे हहैं। आज आप पौधे लगा रहे है, ये आगे चलकर आपके लिए आजीविका का स्त्रोत बनेंगे। मंत्री ने स्वावलंबी गांव लक्ष्मीपुर और करमागढ़ के आंगनबाड़ी केन्द्र का स्वीकृति पत्र प्रदान किया। साथ ही कई लाभुकों को बीच बत्तख पालन के लिए चूजों का वितरण किया गया।