खबर मन्त्र संवाददाता
हजारीबाग: भाजपा नेता प्रदीप प्रसाद ने आनंदपुरी झिंझरिया पूल स्थित ज़मीन और दूकान विवाद मामले को लेकर शुक्रवार को अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन कर अपना पक्ष रखा। कहा कि दिवंगत वकील अरुण कुमार श्रीवास्तव के साथ उन्होंने 2012 में लाइफटाइम एग्रीमेंट किया था। इसके लिए अरुण श्रीवास्तव को १२ लाख रुपये दिए गए थे। साथ ही दूकान बनाने में अन्य खर्च भी हुए थे जिसका वहन उन्होंने किया था। उन्होंने जमीन मालिक शोभा श्रीवास्तव के दो पुत्र राजीव रंजन श्रीवास्तव व संजय श्रीवास्तव पर ही लीज की शर्तों का उल्लंघन करने व हमला करने का आरोप लगाया।
कहा कि अचानक 3 जुलाई को उन्हें श्रीवास्तव फैमिली से एक वकालतन नोटिस प्राप्त हुआ। जिसका जवाब उन्होंने दिया। हमलोगो ने एग्रीमेंट के पेपर उन्हें दिखाए लेकिन वे ज़बरदस्ती दूकान खाली करने को उतारू हो गए। इनलोगो को कुछ लोगो ने मुझे बदनाम करने की कोशिश की ताकि मैं परेशान होकर ज़मीन छोड़ दूं। दूकान का ताला रॉड से इसलिए तोडा जा रहा था क्योकि चाभी गुम हो गयी थी। मारपीट की जो घटना दो दिन पहले घटी थी उस वक़्त मैं हज़ारीबाग़ में नहीं था ना ही मेरे घर के किसी सदस्य ने हाथ उठाया। दूकान व ज़मीन के मामले को कोर्ट में भी ले जाया गया है तो कोर्ट के निर्णय का इंतज़ार करना चाहिए। वीडियो उनलोगो ने बनाया, झगड़ा उनलोगो ने किया और मोलेस्टेशन में नाम मेरा लिया गया जबकि उक्त स्थल पर मैं नहीं था। मैं उनलोगो पर मानहानि का मुकदमा करुंगा।