दुमका। दुमका की सरैयाहाट पुलिस ने महज 72 घंटे में हत्याकांड का उद्भेदन कर हत्यारे प्रेमी समेत शव को छिपाने में सहायता करने वाले 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की जानकारी प्रेसवार्ता कर एसडीपीओ सदर शिवेंद्र ठाकुर ने दी।
उन्होंने बताया कि बीते 4 अप्रैल की शाम सूचना प्राप्त हुई थी कि थाना क्षेत्र के बभनी गांव के समीप तेलहदमगी पहाड़ के पास एक शव पड़ा हुआ है। पुलिस की टीम तेलहदमगी पहाड़ पर पहुंची तो सड़ी गली अवस्था में एक महिला का शव बरामद किया। पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा शिनाख्त में जुट गई। थाना प्रभारी बिनय कुमार के नेतृत्व में छापामारी दल ने कार्रवाई करते हुए तकनीकी सेल की मदद से मामले का उद्भेदन 72 घंटे के अंदर संदिग्ध आरोपित सुबोध कुमार को पूछताछ के लिए बिहार के पटना जिला के मनेर थाना के रामपुर दियारा गांव से मनेर थाना की मदद से हिरासत में लेकर सरैयाहाट लायी।
पुलिसिया पूछताछ में सुबोध कुमार ने बताया कि उक्त शव मनेर थाना क्षेत्र के शेरपुरा ब्रह्माचारी गांव के विनोद महतो की पत्नी जीरा देवी उर्फ गुड़िया देवी का है। आरोपित ने जीरा देवी से करीब दो साल से अवैध संबंध होने की बात स्वीकारी। सुबोध उक्त महिला और उसकी 6 वर्षीय बच्ची प्रिया कुमारी के साथ अपने परिचित सरैयाहाट के बभनी गांव निवासी मिथुन दास के घर में बीते 12 मार्च को लाया। जहां गुड़िया देवी ने सुबोध पर शादी का दबाव बनाने लगी।
शादी नहीं करने पर थाना जाकर केस कर फंसाने की बात कहने लगी। जिस पर सुबोध कुमार ने 23 मार्च को अहले सुबह जीरा देवी सोए अवस्था में कपड़ा से गला दबा कर हत्या कर मिथुन दास और उसके परिवार के चाचा बासुदेव दास, दादा फागु दास एवं चचेरे दादा देवनारायण दास के सहयोग से शव को कपड़े में लपेट कर गांव के बाहर स्थित तेलहदमगी पहाड़ पर झाड़ियों में छुपा दिया।
एसडीपीओ ने बताया कि महिला सात बच्चों की मां है। पुलिस ने सुबोध कुमार समेत सभी पांच आरोपितों को जेल भेज दिया।