झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ इनोवेशन काउंसिल द्वारा ‘स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एडवांस एनालिटिक्स का अभिनव उपयोग’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन गांधी सभागार में किया गया।
इस अवसर पर अमेरिका के लुशियाना के डॉ सोमेश निगम हेड ऑफ एनालिटिक्स एंड डाटा ब्लू क्रॉस एंड ब्लू शिल्ड लुशियाना यूएसए ने शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहाकि अगर हम लोगों के स्वास्थ संबंधी आंकड़ों को लगातार संग्रहित करें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हम आने वाली स्वास्थ संबंधी समस्याओं के बारे में पहले से ही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में उनके द्वारा लुशियाना क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को उन्होंने उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि अगर संग्रहीत डाटा मौलिकता एवं सत्यता के साथ संकलित किया जाए तो स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार किया जा सकता है। उन्होंने चैट जीपीटी के संबंध में भी छात्रों को जानकारी प्रदान की। व्याख्यान के उपरांत उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों के अनेक प्रश्नों का उत्तर दिया।
छात्रों द्वारा एआई के संबंध में शंका जाहिर करते हुए कहा गया कि क्या इससे मानव रोजगार के सर्जन में हानी होगी। पेपर विषय विशेषज्ञ ने कहा कि एआई मशीन आधारित कार्य करता है लेकिन बिना मानव की सृजनात्मकता के कोई भी यही कार्य संभव नहीं है। एआई से नए प्रकार के रोजगार सृजन हो रहे। उन्होंने कहा कि छात्रों को कोडिंग आधारित लैंग्वेज सीखने का अभी से प्रयास करना चाहिए। इसके पूर्व स्वागत भाषण डॉक्टर लव कुश द्विवेदी ने दिया। उन्होंने संक्षिप्त रूप में विषय की प्रस्तावना रखी। इंस्टिट्यूट ऑफ इनोवेशन काउंसिल प्रेसिडेंट प्रोफेसर अपर्णा राज ने काउंसिल द्वारा विगत 2 वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी। कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ अनुपम व्यास ने सभी का आभार जताया।
इस अवसर पर प्रो आरके सैनी, प्रो एमएम सिंह, प्रो देवेश निगम, प्रोफेसर डीके भट्ट, प्रो सौरभ श्रीवास्तव, प्रोफेसर संजय निभोरिया, डॉ काव्या दुबे, डॉ इकरुप वर्मा, डॉ रितु सिंह, डॉ नेहा जैन, डॉ बृजेन्द्र शुक्ला डॉक्टर, डॉ संतोष पांडे, डॉ राहुल शुक्ला, डॉ जाकिर अली आदि उपस्थित रहे।