कोडरमा। थर्मल पावर प्लांट में ग्रीन एनर्जी और रिन्यूअल एनर्जी के जरिए 10 मेगावाट का ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसमें 2 मेगावाट प्लांट शुक्रवार को डीवीसी के अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद ने उद्घाटन किया। यह झारखंड का पहला सोलर प्लांट है। केटीपीएस के खाली पड़े भू-भाग में 6 स्थानों पर सोलर प्लांट के लिए सोलर प्लेट और बैकअप सोर्स के साथ अन्य संसाधनों को स्थापित किया जा रहा है। उद्घाटन के बाद डीवीसी अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद ने बताया कि अभी कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के 2 मेगावाट सोलर आधारित बिजली उत्पादन का उद्घाटन किया गया है। पूरी तरह से 10 मेगावाट सोलर पावर प्लांट तैयार कर लिया जाएगा, तब इसके जरिए उत्पादित बिजली को ग्रीड में सप्लाई किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आने वाला समय ग्रीन एनर्जी और रिन्यूअल एनर्जी का है इस दिशा में तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाकी 8 मेगावाट के लिए चिन्हित स्थानों में सोलर पैनल स्थापित किया जा रहा है। घनश्याम प्रसाद ने बताया कि सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन होने पर कोयला के प्रति निर्भरता कम होगी। इस संयंत्र से दिन में बिजली उत्पादन होगा और स्वतः कोयले की जरूरत कम होगी। कोयले के कारण भी कई बार विद्युत उत्पादन बाधित होता है, यह समस्या दूर होगी. पूरे देश में सौर ऊर्जा सिस्टम लागू हो जाएगा तो भारत का नाम देश ही नहीं दुनिया में गूंजेगा।
वहीं केटीपीएस के वरीय महाप्रबंधक और परियोजना प्रधान दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि सोलर एनर्जी सूर्य की रोशनी से प्राप्त एनर्जी है, जिसे सोलर पैनल की मदद से एकत्रित किया जाता है. इसके बाद इसका उपयोग बिजली के श्रोत के रूप में किया जाता है. पिछले कुछ समय में भारत में सोलर एनर्जी का प्रयोग तेजी से बढ़ा है. अब कोडरमा के लोग भी इससे लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम का संचालन डीजीएम हरिश्चंद्र सिंह ने किया। इस दौरान वरीय प्रबंधक अर्णव मित्रा, सेफ्टी पदाधिकारी गोपाल हलधर, एचआर पदाधिकारी नरेश साह, प्रभु महतो, सुधीर व्यास, प्रवीर चांद, संतोष प्रसाद, सुनील कुमार सिन्हा, मानस मंडल, विनोद कुमार राय, रणजीत कुमार सिंह, रवि शंकर कुमार, कुलदीप कुमार, सुधीर कुमार, विजय राणा सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।