खूंटी। उपायुक्त लोकेश मिश्र ने जिले में अवैद्य खनन के स्थलों को चिह्नित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त टीम बनाकर वन क्षेत्र में अवैध खनन पर निगरानी रखें।
उपायुक्त मंगलवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक में खननन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में पिछले एक माह के दौरान अवैद्य खनन की रोकथाम की दिशा में संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। मौके पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। मौके पर अवैध खनन के बावत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा, वन क्षेत्रों में होनेवाले अवैध खनन की रोकथाम के लिए आवश्यक कारवाई की समीक्षा हुई।
डीसी ने कहा कि अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए। पूर्व में की गई कारवाई की समीक्षा के दौरान जिला खनन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अवैध खनन-परिवहन के विरुद्ध वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 54 मामलों पर कारवाई की गई है। इनमें 29 लाख 93 हजार दंड राशि वसूली गई है। खनन पट्टा, क्रशर, ईंट भट्ठा की जांच के क्रम में 34 लाख 56 हजार राशि की वसूली की गई।
उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में 23 अगस्त से 25 सितंबर तक अवैध खनन-परिवहन के विरुद्ध 11 प्राथमिकी दर्ज की गई और छह लाख 54 हजार रुपये दंड शुल्क की वसूली की गई। खनन पट्टा, क्रशर, ईंट भट्ठा जांच के क्रम 25 सितंबर तक 18 लाख 82 हजार राशि की वसूली हुई। उन्होंने बताया कि जिला खनन कार्यालय द्वारा अवैघ खनिज परिवहन एवं अवैघ खनिज भंडारण के निरीक्षण के दौरान छह लाख 54 हजार रुपये दंड शुल्क की वसूली की गई।
बैठक में जिले में अवैद्य खनन, भंडरारण एवं परिवहन को रोकने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने वन प्रमंडल पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, प्रखंडों के अंचलाधिकरियों और थानेदारों को निर्देशित किया कि डेडीकेटेड टीम बनाकर औचक छापेमारी की जाए, ताकि अवैध खनन करने वालों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।