मणिपुर। मणिपुर की इंफाल घाटी में गुरुवार रात एक बार फिर हिंसा भड़क गई। यहां मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खाली पैतृक आवास पर हमला करने का प्रयास किया गया। साथ ही रात भर हिंसक झड़पें चलीं। हालांकि, शुक्रवार सुबह स्थिति काफी हद तक शांत रही, लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
कर्फ्यू में दी गई ढील
वहीं, अधिकारियों ने लोगों को आवश्यक वस्तुएं और दवाएं खरीदने के लिए कर्फ्यू में ढील देने का आदेश दिया। बता दें, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में सुबह पांच बजे से रात 5 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। हालांकि, यह छूट किसी भी सभा या बड़े पैमाने पर लोगों की आवाजाही या धरना प्रदर्शन पर लागू नहीं होगी। भीड़ ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री के खाली पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़कर उपद्रवियों को वहां से हटा दिया।
अधिकारी ने बताया कि इंफाल के हेंगांग इलाके में मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर हमला करने का प्रयास किया गया। हालांकि, सुरक्षा बलों ने भीड़ को घर से करीब 100-150 मीटर की दूरी पर रोक दिया।
रात भर हुईं झड़पें
सूत्रों ने बताया कि इंफाल में विभिन्न स्थानों पर गुरुवार रात सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। इसमें कई लोग घायल हो गए। दरअसल, इंफाल पूर्व के हट्टा मिनुथोंग में दो छात्रों की हत्या के लिए न्याय की मांग को लेकर निकाली गई रैली उस समय हिंसक हो गई जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। सूत्रों ने बताया कि घटना में कई लोग घायल हो गए और उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वहीं, वांगखेई, खुरई और कोंगबा में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और सुरक्षा बलों को रोकने के लिए लोहे के पाइपों से सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।