गुमला। जिले के घाघरा प्रखंड अंतर्गत देवाकी कुसुमटोली गांव में डायरिया ने अपना रौद्र रुप दिखाना शुरू कर दिया है। गंभीर रूप से बीमार प्रतिमा देवी की मौत सदर अस्पताल गुमला में इलाज के क्रम में हो गई ।
खबर मिलते ही प्रखंड प्रशासन हरकत में आया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ. ए. के. एक्का के नेतृत्व में डॉ. रोहित एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी डोर टू डोर जाकर सिप्रोडॉक, इलेक्ट्रॉल, नोरफ्लोक्स टी जेड एवं जिंक सल्फेट की गोलियां बांटी। इस क्रम में सीएचसी कर्मियों द्वारा 15 लोगों के बीच दवा वितरण किया गया।
इधर विकास भारती बिशुनपुर द्वारा संचालित सुक्का ब्रिजिया अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी डॉ. एम .आर. आचार्या के नेतृत्व में गांव में जाकर शिविर लगाया, जहां 22 लोगों के बीच आवश्यक दवा का वितरण किया गया।
उल्लेखनीय है कि कुसुमटोली गांव में विगत तीन दिनों से डायरिया की चपेट में है और एक दर्जन से अधिक डायरिया से पीड़ित लोग लोहरदगा एवं गुमला में इलाजरत है। इसी क्रम में बुधवार की देर रात प्रतिमा देवी को सदर अस्पताल गुमला ले जाया गया, जहां इलाज के क्रम में गुरुवार की रात उसकी मौत हो गयी। ग्रामीणों ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व बच्चा जनने के क्रम में उसे दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया था और वह शारीरिक रूप से कमजोर थी, जिससे डायरिया को सहन नही कर सकी। शुकवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और दर्जनों लोगों के बीच दवा का वितरण किया। उन्होंने बताया कि संक्रमित सभी लोग अब खतरे से बाहर है।
इधर मामले की गंभीरता के मद्देनजर घाघरा बीडीओ दिनेश कुमार कुसुमटोली पहुंचे और चिकित्सकीय टीम के कार्यों का जायजा लिया। यहां यह बताना आवश्यक है कि एक सौ घर वाले गांव मे 500 की आबादी है। गॉव में दो कुआं है, जिसमें एक कुआं गांव में और एक बाहर खेत मे है। एक चापाकल है, जिसकी स्थिति अच्छी नहीं है।
गांव में कुएं के पानी का स्वाद अच्छा नहीं होने के कारण गांव के अधिकांश लोग खेत स्थित कुएं का पानी का ही प्रयोग पीने के लिए करते हैं। लेकिन उक्त कुएं के मुंडेरा के चारों ओर दरार होने के कारण बाहर का पानी कुएं में प्रवेश करता है और पीने के लिए उपयुक्त नही है। लेकिन और कोई व्यवस्था नही होने के कारण लोग उसी कुएं के पानी को कपड़े से छानकर उपयोग में लाते हैं। हालांकि शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीणों को पानी को गरम कर पीने सहित अन्य सावधानियां बरते जाने का निर्देश दिया गया ।