बेगूसराय। मिथिला और मगध के संगम पर स्थित पावन गंगा तट सिमरिया में शारदीय नवरात्र के नजदीक आते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्र के लिए राज्य के विभिन्न हिस्से से लोग जल लेने सिमरिया घाट पहुंचने लगे हैं।
शुक्रवार की सुबह भी जयनगर से आने वाली ट्रेन के राजेन्द्र पुल स्टेशन पर रुकते ही लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। सिमरिया में सिर्फ बेगूसराय ही नहीं, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी से लेकर नेपाल के तराई क्षेत्र तक एवं मगध के विभिन्न हिस्से से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
श्रद्धालु की सुविधा को लेकर घाट पर तैनात गोताखोर निरंतर मोटरबोट से गश्ती में जुटे हुए हैं। विभिन्न जिलों से आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान, गंगा पूजन और सिद्धाश्रम सहित अन्य मठ-मंदिरों में पूजा करने के बाद गंगाजल ही नहीं गंगाजल के साथ-साथ गंगा की मिट्टी (गंगौट) लेकर भी अपने घर को प्रस्थान कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण एशिया प्रसिद्ध इस कार्तिक कल्पवास स्थल पर कार्तिक मास शुरू होने से पहले ही लोगों का रेला लगातार उमड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। देवी भगवती का गज (हाथी) पर आगमन सुख और समृद्धि में वृद्धि करने वाला होगा।
15 अक्टूबर रविवार को प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा होगी। कलश स्थापन का मुहर्त्त दिन के 11.36 बजे से 12.24 तक है। 16 अक्टूबर सोमवार को द्वितीय स्वरूप ब्रह्मचारिणी, 17 अक्टूबर मंगलवार को तृतीय स्वरूप चन्द्रधंटा, 18 अक्टूबर बुधवार को चतुर्थ स्वरूप कुष्मांडा एवं 19 अक्टूबर गुरूवार को पंचम स्वरूप स्कन्दमाता की पूजा होगी। 20 अक्टूबर शुक्रवार को षष्ट स्वरूप कात्यायनी की पूजा एवं बेल निमंत्रण दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक होगी।
21 अक्टूबर को सप्तम स्वरूप कालरात्रि की पूजा, देवी जागरण और निशा पूजा के बाद मध्य रात्रि में मां के दर्शन के लिए पट खोल दिए जाएंगे। 22 अक्टूबर को अष्टम स्वरूप महागौरी की पूजा एवं महाष्टमी व्रत तथा 23 अक्टूबर को सिद्धिदात्री की पूजा, नवमी एवं हवन दोपहर 3.10 बजे तक होगा। 24 अक्टूबर को विजयादशमी होगी।