बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में रात का अंधेरा होते ही दबंगों ने आंबेडकर के वंशज छह-सात परिवारों पर जमकर कहर बरपाया है। घटना छौड़ाही सहायक थाना क्षेत्र स्थित एकंबा पंचायत के डीही गांव की है। जहां लाठी-डंडा और हथियार से लैस जनार्दन सहनी के गुर्गों ने महादलित समुदाय के मल्लिक (डोम) परिवारों का घर तोड़कर जमकर लूट मचाया। जो भी सामने आया वह ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे से चोटिल हो गया।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है बीती देर रात करीब दस बजे परोड़ा निवासी जनार्दन सहनी के नेतृत्व में 35-40 अपराधी डीही गांव पहुंचे और मल्लिक समुदाय के परिवार पर हमला कर दिया। सभी के घर तोड़ दिए गए और घर में सब का समान भी लूटपाट किया गया। हो-हल्ला सुनकर जब आसपास के लोग दौड़े तो उन पर भी हमला कर दिया गया। बाद में गांव पर हमला होने का हल्ला होते ही जब बड़ी संख्या में लोग जुटे तो सभी बदमाश भाग निकले।
सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने फिर से तोड़े गए घर को ठीक करने की बात कहकर मामला शांत कराया और अहले सुबह तीन बजे तक ग्रामीणों के सहयोग से घर को ठीक किया गया। लेकिन उसके बाद फिर करीब चार बजे लाठी-डंडा और हथियार से लैस होकर जनार्दन सहनी के नेतृत्व में अपराधी आ धमके और सभी घरों को तोड़कर सड़क पर फेंक दिया। इससे आक्रोशित होकर मल्लिक समुदाय के सभी पीड़ित परिवार सड़क पर उतर आए हैं।
पीड़ित दिनेश मल्लिक, सुरेश मल्लिक, अजय मल्लिक आदि ने बताया कि हमारे पूर्वज लंबे समय से यहां घर बनाकर रह रहे हैं। हम लोग अपने पंचायत को स्वच्छ बनाने के लिए कचरा निस्तारण कर रोजी-रोटी चलाते हैं। तीन दिन पहले जनार्दन सहनी के नेतृत्व बदमाशों ने घर हटाने की धमकी दिया था। घर नहीं हटाने पर हत्या करने, पूरे परिवार को बम से उड़ा देने की धमकी दिया था। उसके बाद रात को लाठी-डंडा, पिस्तौल और लोहे के खंती एवं रॉड के साथ आए बदमाशों ने हम लोगों के घर को ध्वस्त कर दिया गया।
स्थानीय लोगों के जुटने पर घर फिर से ठीक किया गया। लेकिन करीब चार बजे सुबह में उन लोगों ने आकर घर को तोड़ दिया। नल जल योजना के लिए लगाए गए नल को भी तोड़ दिया। हम लोगों को कोई देखने वाला नहीं है। अपराधी तत्व का बगल के घर पर जमावड़ा लगता है, नशेबाजी करते रहते हैं। हम लोग को धमकी दी जाती रही है।
पूर्व सरपंच रमण कुमार ने बताया कि इस महादलित परिवार को भूमि के अभाव में सरकारी घर नहीं मिला है। यह लोग गैरमजरूआ जमीन पर किसी तरह से घर बनाकर रह रहे हैं। इनके जमीन के घर के बगल में ही जनार्दन सहनी ने जमीन खरीद कर घर बनाया और वह इनका घर हटाना चाहता था। इसके लिए पंचायती हुई तो मामला शांत हो गया था। लेकिन रात में गरीब परिवारों पर जानलेवा हमला कर घर को ध्वस्त कर दिया गया है।