खूंटी। एक और अवैध बालू और पत्थर के उत्खनन के खिलाफ जिला खनन विभाग की ओर से की जा रही कार्रवाई से इस धंधे से जुड़े लोगों में हड़कंप है। वहीं प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआइ की ओर से नदियों से बालू के उत्खनन और परिवहन पर रोक लगा दिए जाने से बालू का कारोबार करनेवाले लोग परेशान हैं।
खनन विभाग की कार्रवाई के खिलाफ खूंटी जिला खनन परिवहन संघ ने आंदोलन का मूड बना लिया है। ज्ञात हो कि इन दिनों खूंटी में खनन विभाग की ओर से अवैध खनन परिवहन के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और अवैध पत्थर और बालू लदे वाहनों को जब्त कर मालिकों से जुर्माना वसूला जा रहा है। बैठक में निर्णय लिया गया कि खनन विभाग की इस कार्रवाई के खिलाफ खनन परिवहन से जुड़े कारोबारी उपायुक्त को ज्ञापन सौंपेगा। साथ ही संघ इस संबंध में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री और खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा से भी शिकायत करेगा।
जिला खनन परिवहन संघ की हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर खनन विभाग कार्रवाई बंद नहीं करेगा, तो खनन से जुड़े सभी कारोबारी कचहरी मैदान में अपने वाहनों को खड़ा कर खनन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
आंदोलन करें या अनशन, कार्रवाई जारी रहेगी: परिवहन पदाधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर जिला खनन पदाधिकारी नदीम शफी ने कहा कि परिवहन संघ के जो लोग खनन विभाग की कार्रवाई को गलत बता रहे हैं, वे सभी अवैध खनन और परिवहन के धंधे से जुड़े हैं, क्योंकि विभाग की लिस्ट में उनका नाम रजिस्टर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि खनिज विभाग का अवैध खनन कारोबारियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा, चाहे वे आंदोलन करें या अनशन। अवैध परिवहन और उत्खनन के खिलाफ खनन विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी।