बेगूसराय। आशीर्वाद रंगमंडल बेगूसराय द्वारा आयोजित प्रथम आशीर्वाद मासिक नाट्य श्रृंखला के 11वें माह नवम्बर में बीते रात अभिनव रंगमंडल उज्जैन ने जे.बी. प्रिस्टले लिखित और सुरेन्द्र शर्मा एवं प्रतिमा शर्मा द्वारा अनुवादित नाटक ”एक इंस्पेक्टर से मुलाकात” का सफल मंचन शरद शर्मा के निर्देशन में किया।
दिनकर भवन में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व विधायक अनिता भूषण, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली से स्नातक युवा रंग निर्देशक रणधीर कुमार, वरिष्ठ साहित्यकार शेखर सावंत, आइएमए के सचिव डॉ. रंजन चौधरी, राष्ट्रीय कवि संगम के राज्य अध्यक्ष प्रभाकर राय, समाजिक कार्यकर्ता इफ्तउर रहमान, कत्थक नृत्य के गुरु आचार्य सुदामा गोस्वामी, खगड़िया के वरिष्ठ रंगकर्मी टी.पी. जालान, रंगमंडल के अध्यक्ष ललन प्रसाद सिंह एवं सचिव अमित रौशन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
आगत अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र और पौधा से रंगमंडल के कलाकार रितु कुमारी, ललन प्रसाद सिंह, अमित रौशन, कुणाल भारती एवं रामांजय कुमार ने किया। मौके पर अनिता भूषण ने कहा कि रंगमंच एक जीवंत कला विधा है, जहां कलाकार अपने मेहनत से हम सबको समाज की सच्चाई अपने नाटक के माध्यम से दिखलाते हैं। आज के डिजिटल समय में भी यह कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, इन्हें संरक्षण की जरूरत है। रंगमंच की अपनी खुशबू है जो हम सबको प्रेक्षागृह तक खींच लाती है।
वरिष्ठ साहित्यकार शेखर सावंत ने कहा कि हम वर्षों से रंगमंडल से जुड़े रहे हैं। कठिन परिस्थितियों में भी रंगमंच आप कलाकारो के बदौलत जिंदा रहेगा। रंगकर्मी रणधीर कुमार ने आयोजक आशीर्वाद रंगमंडल एवं अभिनव रंगमंडल उज्जैन को शुभकामना देते हुए कहा कि इस तरह का कार्यक्रम रंगमंच में एक अनूठी पहल है। प्रभाकर कुमार राय ने कहा कि आप कलाकारों के कारण ही बेगूसराय सांस्कृतिक राजधानी है। आचार्य सुदामा गोस्वामी ने भाव, प्रेम और अभिनय के संबंध में बताते हुए कहा कि रंगमंच से सुंदर कुछ नहीं हो सकता है, दर्शकों को आगे आना चाहिए।
इस नाटक में जे.बी. प्रिस्टले ने समाज के उच्च वर्ग परिवार के आचार-विचार और व्यवहार को ”एक इंस्पेक्टर से मुलाकात” के माध्यम से उनके बीच मानवीय मूल्यों का ह्रास, अपराधीकरण, रिश्तों का अविश्वास दिखाया है। कैसे एक परिवार जो दिखावे के लिए रिश्तो में प्यार दिखाता है जो होता ही नहीं है। एक इंस्पेक्टर ने अपने तर्कों से उनके रिश्तों और उनके व्यक्तित्व को समाज के बीच लाता है। नाटक में इंस्पेक्टर की भूमिका में शरद शर्मा, मिस्टर खन्ना की भूमिका में गिरजेश व्यास और मिसेज खन्ना की भूमिका में शीतल अरोरा थे।
अशोक की भूमिका अंकित दास, विक्रम की भूमिका यश राय, शीला की भूमिका यास्मीन सिद्दीकी, वसंत की भूमिका अजय गोस्वामी ने किया। संगीत भूषण जैन, प्रकाश संचालन अजय गोस्वामी, वेश भूषा सुधा शर्मा का था। मंच संचालन किया दीपक कुमार ने। इस आयोजन में सक्रिय थे कुणाल भारती, अरुण कुमार, सचिन कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, बिट्टू, विष्णु,रौशन, आशीष आनंद एवं नवीन ने। बैनर एवं आमंत्रण डिजाइन वरिष्ठ चित्रकार सीताराम तथा स्वागत भाषण कलाकार रितु कुमारी ने किया।