मेदिनीनगर: नक्सलियों के समूल नाश को लेकर जिला बल एवं सीआरपीएफ के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिससे नक्सली भयभीत होकर समर्पण कर रहे हैं या संगठन छोड़ कर अन्य रोजगार में लग रहे हैं। पुलिस द्वारा उग्रवादियों के उन्मूलन को लेकर नक्सलियों के माद में घुसकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।वहीं दूसरी ओर झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर प्रतिबंधित भाकपा माओवादी के दो सब जोनल कमांडर सन्तु भुइयाँ एवं राजेश ठाकुर ने पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के कार्यालय में पलामू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त अंजनैयुलू दोड़े,पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक गढ़वा अंजनी कुमार झा, सीआरपीएफ 134 बटालियन के समादेष्टा सुरेश कुमार, उप समादेष्टा सीआरपीएफ 172 बटालियन के रामेश्वरम ,अभीयान एसपी ऋषभ गर्ग,एसडीपीओ सुरजीत कुमार के समक्ष समर्पण किया। इस मौके पर अधिकारियों ने समर्पण किए नक्सलियों को पुष्प भेंट कर व माला पहना कर स्वागत किया।
साथ ही साथ पुनर्वास नीति के तहत एक लाख रुपए का चेक प्रदान किया।सब जोनल कमांडर संतु भुइयाँ उर्फ संतोष भुइयाँ उर्फ धनंजय भुइयाँ पिता सुखदेव भुइयाँ ग्राम करकट्टा थाना नौडीहा बाजार जिला पलामू का रहने वाला है जो भाकपा माओवादी के अनुराग जी के कहने पर वर्ष 2004 में संगठन में शामिल हुआ था।उसके बाद वह लगातार संगठन में सक्रिय रहकर कई घटनाओं को अंजाम देने में साथ रहा एवं खुद भी घटना को अंजाम दिया।इसके ऊपर पलामू गढ़वा लातेहार के विभिन्न थानों में लगभग 25 मुकदमा दर्ज है। संतु भुईयां पुलिस के साथ मुठभेड़ करने ,विस्फोटक पदार्थ लगाने समेत कई घटनाओं को अंजाम दिया है। वही सब जोनल कमांडर राजेश ठाकुर पिता स्वर्गीय अयोध्या ठाकुर ग्राम तुकबेरा थाना नावाबाजार का रहने वाला है। जो वर्ष 2014 में राकेश भुईयां के दस्ता में शामिल हुआ था।अपने कैंसर पीड़ित पत्नी को इलाज कराने का प्रलोभन भाकपा माओवादी के द्वारा दिया गया था। ईसी प्रलोभन में आकर राजेश संगठन में शामिल हुआ।
इसके बाद वह संगठन में सक्रिय रहकर 9 फरवरी 2018 को नोडिया बाजार थाना क्षेत्र के झुंझुनू पहाड़ी पर अभियान में निकले पुलिस बल पर राकेश भुईयां के दसता के साथ मुठभेड़ करने तथा 30 जनवरी 2018 को छतरपुर थाना क्षेत्र के घुरघुरिया पहाड़ के पास सब जोनल कमांडर संजय यादव उर्फ बुधराम के साथ दस्ता के साथ पुलिस बल से मुठभेड़ करने समेत छ:ह मुकदमा बिहार झारखंड के विभिन्न थानों में दर्ज है। इस संबंध में पलामू क्षेत्र के आईजी राजकुमार लड़ाने कहां की जिला बल एवं सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में नक्सलियों के उन्मूलन हेतु लगातार कार्रवाई की जा रही है।जिसमें पुलिस को काफी सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि पलामू प्रमंडल में नक्सली अब नहीं के बराबर रह गए हैं।जो कुछ लोग हैं अभी तो वह काफी कमजोर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के उन्मूलन को लेकर जहां पुलिस के द्वारा उनके मांद में घुसकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। वहीं सरकार की पुनर्वास नीति का प्रचार भी कराया जा रहा है।ताकि लोग प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर सकें।इसी आत्मसमर्पण नीति के तहत भाकपा माओवादी के दो सब जोनल कमांडर संतु भुईयां एवं राजेश ठाकुर ने आत्मसमर्पण किया।
उपायुक्त ऐ दोड़े ने कहा कि सरकार के पुनर्वास नीति के तहत जो भी सुविधाएं दी गई है उसे मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने असामाजिक तत्व एवं उग्रवादी संगठनों से अपील करते हुए कहा कि समाज के बेहतरी के लिए समाज के मुख्यधारा में जुड़ कर काम करें प्रशासन उन्हें साथ देगी ।प्रेस वार्ता में आईजी राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त अंजनैयुलू दोडे ,पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक गढ़वा अंजनी कुमार झा ,सीआरपीएफ के समादेष्टा सुदेश कुमार, उप समादेष्टा रामेश्वरम ,उप समादेष्टा दीपेंद्र कुमार, उप समादेष्टा विक्रांत वर्मा, अभियान एसपी ऋषभ गर्ग, एसडीपीओ सुरजीत कुमार, प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक विशेष शाखा श्याम बिहारी मांझी समेत अन्य मौजूद थे।