गुमला। विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने कहा है कि कृषि विज्ञान केंद्र के तर्ज पर वन विज्ञान केंद्र की स्थापना विकास भारती में की जा रही है। जिसका बहुद्देशीय लाभ आने वाले दिनों में मिलेगा। वनविज्ञान बहुआयामी प्रशिक्षण भवन का शिलान्यास राज्यपाल श्री सीपी राधाकृष्णन 21 अप्रैल को करेंगे। श्री भगत गुरूवार को होटल बिंदेश में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में उक्त बातें कही। श्री भगत ने कहा कि वन विज्ञान का कान्सेप्ट देश में पहली बार लाया जा रहा है। जिसमें जड़ी बुटी पर कार्य किया जाएगा। जिसका लाभ पूरे झारखंड राज्य को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय महिलाओं के उत्थान की दिशा में प्रशिक्षण भवन का उपयोग किया जाएगा।
जो महिलाएं कुछ जानती है लेकिन उनके पास प्रमाण पत्र नहीं है। उन्हें प्रशिक्षण देकर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण से पलायन रूकेगी और रोजगार का सृजन होगा। श्री भगत ने कहा कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन 11:30 बजे विशुनपुर पहुंचेंगे। जहां से वे सीधे बलातू पहुंचकर वनविज्ञान केंद्र का शिलान्यास करेंगे और उसके बाद कृषि विज्ञान केंद्र, विद्या मंदिर व विकास भारती द्वारा संचालित कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इस क्रम में राज्यपाल शहीद जजतरा टाना भगत स्मारक में श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे। शिलान्यास के बाद कुशल कारीगरों के कौशल उन्नयन प्रमाण पत्र वितरण समारोह में भाग लेंगे। कार्यक्रम में सांसद सुदर्शन भगत, सांसद समीर उरांव सहित कई नेता शामिल होंगे। इस अवसर पर एनएसडीसी के झारखंड प्रभारी सुधीर चौधरी, गणेश कुडे, संतोष झा, अटल बिहारी तिवारी सहित कई लोग उपस्थित थे।