कोडरमा। प्रखंड अंतर्गत पंचायत लोकाई स्थित बिरहोर टोला में करीब 40 लुप्तप्राय जनजाति बिरहोर परिवार रहते हैं, इनमे से 10 बिरहोर परिवारों का आवास का कार्य करीब डेढ़ वर्षो से अधर में लटका है। इस कारण अभी भी यह बिरहोर परिवार झोपड़ी में ही रहने को विवश है। बताते चलें उक्त मामले को लेकर आवास योजना के लाभुक बिरहोर परिवारों के द्वारा 24 दिसंबर 2022 को उपायुक्त आदित्य रंजन को आवेदन सौंपा गया था। दिये गये आवेदन में बताया गया था कि हम 10 बिरहोर परिवारों को प्रधानमंत्री एवं बिरसा मुंडा आवास योजना के तहत पक्का मकान मिला था, जो करीब करीब 12 माह पूर्व आधा-अधूरा बनकर तैयार हुआ, परंतु अभी तक खिड़की, दरवाजे और दीवारों में एवं फर्श का प्लास्टर नहीं हुआ है, जिस कारण काफी समस्या हो रही है।
आगे बताया गया था कि आवास बनाने को लेकर जो पैसा हम लोगों के खाता में आया था, वह लोकाई पंचायत के पूर्व मुखिया के द्वारा ले लिया गया था और उन्हीं के द्वारा आवास बनाया जा रहा था। अब जब मुखिया से खिड़की, दरवाजे और प्लास्टर करवाने की बात करते हैं तब वे कहते हैं कि खाते में पैसा आएगा तभी बाकी बचा हुआ काम होगा। वहीं बिरहोर परिवारों द्वारा उपायुक्त आदित्य रंजन से अधूरा आवास पूर्ण कराने की गुहार लगाई गई थी।
चार माह बीतने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
उक्त मामले को लेकर चार माह पूर्व उपायुक्त को आवेदन सौंपे जाने के बाद भी अधूरे पड़े आवास में पूर्व मुखिया के द्वारा गेट लगाया गया, परंतु इन चार महीनों में अधूरे आवास में ना तो खिड़की लगा और ना ही दीवारों में प्लास्टर किया गया। वहीं बिरहोर टोला निवासी संजय बिरहोर जो अपने प्रधानमंत्री आवास में प्लास्टर करवा रहा था, उन्होंने बताया कि मैं अपने पैसे से प्लास्टर करवा रहा हूं, अभीतक मेरा 14 हजार रुपये खर्च हो चुका है। आवास योजना का जो पैसा खाता में आया था, वह तो मुखिया जी ले लिए हैं, जिसके बाद काफी लिखा पढ़ी करने के बाद गेट लगा दिया, लेकिन अभी तक खिड़की भी नहीं लगाया है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में 13 बिरहोर परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं बिरसा मुंडा आवास योजना का लाभ दिया गया था, जिनमे से 3 बिरहोर परिवारों ने किसी तरह अपने आवास का कार्य पूर्ण किया, परंतु 10 लाभुक का आवास का कार्य अब तक अधूरा है, जिसे लेकर बिरहोर समुदाय आला अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, परंतु सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। लाभुक बिरहोर बताते हैं कि उनके खाते में आवास निर्माण के लिए ब्लॉक से बराबर पैसा भेजा गया। जिसे पूर्व मुखिया जी के द्वारा निकाला गया और उस पैसे से ही पूर्व मुखिया के द्वारा बिरहोर परिवारों का आवास बनाया जा रहा था, लेकिन डेढ़ वर्ष बीत चुका है मगर आवास अधूरा है। आपको बता दें इनमें से दो बिरहोर परिवारों को बिरसा मुंडा एवं बाकी 8 बिरहोर परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। बिरसा मुंडा आवास योजना के लाभुकों के खाते में अभी आखिरी किस्त 17-17 हजार रूपए आना बाकी है, जबकि प्रधानमंत्री आवास योजना का कुल किस्त लाभुकों के खाते में भेजा जा चुका है।