खबर मन्त्र संवाददाता
बालूमाथ। बालूमाथ थाना क्षेत्र के गणेशपुर ग्राम में वन विभाग द्वारा एक दलित परिवार संदीप भुइयां का प्रधानमंत्री आवास को वन भूमि की जमीन बताकर जेसीबी लगाकर घर को ध्वस्त कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। गणेशपुर ग्राम के दर्जनों ग्रामीणों ने महामहिम राज्यपाल के नाम से एक आवेदन देते हुए कार्रवाई की मांग की है आवेदन में कहा गया है कि संदीप भुइयां पूरे परिवार के साथ पिछले 100 वर्षों से ज्यादा से मिट्टी का घर बनाकर वन भूमि की जमीन में रहते आ रहा था। इस परिवार के पास इस घर के अलावे कहीं एक डिसमिल जमीन नहीं है। आज से लगभग 40 वर्ष पूर्व ब्लॉक द्वारा एक इंदिरा आवास दी गई थी। जो इसी जमीन पर ही बनाया गया था और बाद में एक प्रधानमंत्री आवास आवंटित किया गया था। यह परिवार प्रधानमंत्री आवास एवं पूर्व में बनाये गए इंदिरा आवास में रह कर अपना जीवन यापन कर रहा था।
इधर वन विभाग की टीम पिछले कुछ दिनों से आवास खाली करने का दबाव बना रहा था। पीड़ित परिवार द्वारा 29 मार्च को लातेहार उपायुक्त के दरबार में जाकर अपनी समस्या को सुनाया उपायुक्त द्वारा समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया गया। उसके बावजूद वन विभाग द्वारा 17 अप्रैल को जेसीबी लगाकर जबरन घर को ध्वस्त कर दिया। जिससे पूरा परिवार बेघर हो गए। पीड़ित परिवार पूरे दिन भर एक पेड़ के नीचे एवं रात में किसी दूसरे के घर में सहारा लेकर रहने को मजबूर है। घटना की सूचना पाकर लातेहार विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रकाश राम गुरुवार को गणेशपुर ग्राम पहुंचे। जहां सैकड़ों ग्रामीणों ने संदिप भुईयां पर किए गए अन्याय की शिकायत की।
एक दलित व्यक्ति के साथ घर ध्वस्त करके बेघर करना इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है: प्रकाश राम
पूर्व विधायक प्रकाश राम ने पूरे वास्तु स्थिति को देखने के बाद कहा की इस तरह एक दलित व्यक्ति के साथ घर ध्वस्त करके बेघर करना इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रावधान है कि जो व्यक्ति कई वर्षों से अगर वन भूमि की जमीन में निवास करते आ रहे हैं और वह भूमिहीन है तो उसे वन पट्टा देकर बसाया जाता है। इस नियम के तहत कई लोगों को वन पट्टा भी निर्गत की जा चुकी है। लेकिन वन विभाग द्वारा एक दलित परिवार को बसाने की जगह उसे बेघर करना अंग्रेजी हुकूमत से ज्यादा कड़ा सजा देने के बराबर है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही राज्यपाल से मिलकर वन विभाग के कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग एवं भूमि हीन हुए पीड़ित परिवार को पुन: बसाने की मांग की जाएगी। आवेदन में सुधु उरांव, राजेश्वर उरांव, रामपति सिंह, भुनेश्वर उरांव, गेंदरा भुइयां, रामअवतार प्रसाद गुप्ता ,रवि कुमार महतो, देवनंदन भुईयां ,रियासत मियां, राजेंद्र सिंह, मोहम्मद मुस्तफा, मोहम्मद गुलाब अंसारी, समेत सैकड़ों ग्रामीणों का हस्ताक्षर मौजूद है।