रांची। कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि यदि केंद्र सरकार के पिछले दस वर्षों की कहानी लिखी जाए तो वह अन्याय से शुरू होकर अन्याय पर खत्म होगी। केंद्र सरकार ने अन्याय और अत्याचार की सारी सीमाएं लांघ कर एक ऐसी क्रूर और निर्मम व्यवस्था को जन्म दिया है, जहां देश का गरीब स्वाभिमान के साथ दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करने को मजबूर है।
मीर गुरुवार को मोरहाबादी स्थित संगम गार्डेन में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में न सिर्फ आम इंसान का जीवन मुश्किल कर दिया, बल्कि लोकतंत्र का गला घोंटने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। जहां एक तरफ बेतहाशा बेरोजगारी युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कमरतोड़ महंगाई गरीबों और मध्यम वर्ग का जीवन बेहद मुश्किल बना रही है।
उन्होंने कहा कि आज जहां देश में किसानों को उनकी मेहनत का मोल नहीं मिल रहा, वहीं मजदूर अपना खून पसीना जलाकर भी परिवार का पेट नहीं भर पा रहे। उन्होंने कहा कि बेटियां अपने सम्मान और सुरक्षा के लिए सड़कों पर बैठी हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने को मजबूर हैं।
मीर ने कहा कि देश में ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि, केंद्र सरकार नहीं चाहती कि देश की जनता उनका सच जाने, उनसे जरूरी मुद्दों पर सवाल पूछे लेकिन अब जनता जाग चुकी है, अपने अधिकारों की बात कर रही है, अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रही है, न्याय का हक मांग रही है। हम जनता की यह लड़ाई, जनता के साथ आगे ले जा रहे हैं। अन्याय के खिलाफ न्याय की यह लड़ाई जारी रहेगी।
मीर ने कहा कि इसे लेकर 14 जनवरी से राहुल गांधी मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरु कर रहे हैं, जो 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। कुल 6713 किलोमीटर की यह यात्रा होगी। यह यात्रा झारखंड में 804 किलोमीटर की होगी और आठ दिनों तक चलेगी। यात्रा 13 जिलों से होकर गुजरेगी।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ज्योति सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, बन्धु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, मंत्री-बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख उपस्थित थे।