कोलकाता: लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी इंडिया गठबंधन को पश्चिम बंगाल में जोर का झटका लगा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने एकला चलो का नारा दे दिया है। ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया है कि टीएमसी लोकसभा चुनाव में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी। ममता के इस ऐलान के साथ ही विपक्षी इंडिया गठबंधन की तस्वीर और भविष्य पर संकट के बादल गहरे हो गए हैं।
इससे पहले उन्होंने ‘INDIA’ में शामिल वाम दलों पर भी गठबंधन पर हाईजैक करने के आरोप लगाए थे। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीएम बनर्जी का कहना है कि कांग्रेस के साथ चर्चा फेल होने के बाद यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘जो भी प्रस्ताव मैंने उन्हें दिया, उन लोगों ने सभी पर इनकार कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद ही बंगाल में अकेले जाने का फैसला किया है।’ खबरें थी कि कांग्रेस ने राज्य में टीएमसी से 10-12 सीटों की मांग की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, सीएम बनर्जी ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस ने बंगाल में न्याय यात्रा के बारे में सूचित भी नहीं किया था। उन्होंने कहा, ‘शिष्टाचार के नाते उन्होंने मुझे ये जानकारी भी नहीं दी कि वह बंगाल में यात्रा करने जा रहे हैं।’ इसे पहले टीएमसी बंगाल में कांग्रेस की यात्रा में शामिल होने से भी इनकार कर चुकी है।उन्होंने गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस के करने को लेकर भी सवाल उठाए। गौरतलब है कि टीएमसी ने साफ किया था कि वह कांग्रेस को दो सीटें देगी। कांग्रेस को 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 में से दो सीटों पर जीत हासिल की थी। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसे लेकर तल्ख बयान दिया था।
अधीर ने कहा था कि दो सीट तो हमें तब भी जीते थे, अब भी जीत सकते हैं। हमें टीएमसी से कोई भीख नहीं चाहिए। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को 28 विपक्षी पार्टियां इंडिया गठबंधन के बैनर तले एक मंच पर आई थीं। विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को पटखनी देने, चुनावी चुनौती देने का दम भर रहा था लेकिन अब ममता ने बंगाल में विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका दे दिया है