कोडरमा। केंद्र सरकार की मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ और आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, सहिया और विद्यालय रसोईया सहित सभी स्कीम वर्कर्स को न्यूनतम 26 हजार वेतन, स्थायीकरण, पेंशन व ग्रेच्युटी देने की मांग पर 16 फरवरी को सीटू सहित सभी केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) की बैठक रविवार को सतगांवा प्रखंड परिसर में संपन्न हुई। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष सुरेंद्र पाण्डेय व संचालन लीला कुमारी ने किया। इस अवसर पर केन्द्रीय बजट में महिला एवं बाल विकास विभाग में 300 करोड़ रुपये की कटौती किए जाने के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए बजट की प्रतियां जलाई और केन्द्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी किया गया।
16 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में झुमरीतिलैया में सीटू के प्रदर्शन में शामिल होने का निर्णय लिया गया। वहीं सेविका सहायिका को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव और आंगनबाड़ी यूनियन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संजय पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार भुखमरी, गरीबी में भारी गिरावट और लोगों के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा में प्रगति का दावा कर रहा है. लेकिन वास्तविकता अलग है, बेरोजगारी अब तक के उच्चतम स्तर पर है। पिछले दो सालों में हर दो घंटे में एक युवक आत्महत्या कर रहा है, केन्द्र सरकार ने अंतरिम बजट में 300 करोड़ की कटौती कर दिया है। जो इशारा करता है कि यह सरकार समेकित बाल विकास परियोजना को खत्म करना चाहती है।
निर्माण कामगार यूनियन के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने कहा कि महंगाई में लोगों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में सेविका सहायिका का मानदेय बढ़ाया जाना चाहिए। मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 16 फरवरी को केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों ने औद्योगिक हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया। मौके पर मीना देवी, लीला कुमारी, सोनी, गजाला प्रवीण, आरती चैधरी, करूणा, वंदना, पिंकी, रीना, स्वर्णलता, रेणु, विनीता, रेखा, अनीता, आरती, निर्मला, माला, प्रमीला, अजन्ता, सुशीला, सुनीता, संध्या, बबीता, नीति शारदा, राजश्री, रूपाली, रूबी, चम्पा, किरण, शाह बानो, सबीना खातुन, भारती चैधरी, पुजा, उषा, शोभा, ममता, करूणा, सबिता सुमन, गीता, मंजू, फूलवंती, लखिया, आशमा खातुन, मीरा भाई, जुगली, रविन्द्र रजक, श्रवण कुमार, बिरेन्द्र कुमार आदि मौजूद थे।