झुमरीतिलैया (कोडरमा)। मजदूर आंदोलन का अगुआ संगठन सेन्टर आॅफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) की जिला कमिटी की बैठक बजरंग नगर झुमरीतिलैया में आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 3 मार्च को सीटू का प्रथम जिला सम्मेलन झुमरीतिलैया में करने का निर्णय लिया गया।
वहीं बैठक को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने 16 फरवरी को देशव्यापी ऐतिहासिक हड़ताल की सफलता के लिए मजदूर वर्ग को बधाई देते हुए कहा कि मोदी सरकार की मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष लगातार जारी रहेगा। इस हड़ताल में देशभर में करीब 25 करोड़ किसान मजदूरों ने हिस्सा लिया, जिससे केंद्र सरकार हिल गई है, मगर हरियाणा में शम्भु बाॅर्डर के पास आंदोलनरत हजारों किसानों पर दमन जारी है। किसान भी इस बार संघर्ष से पिछे नहीं हटेगा और मजदूर वर्ग किसान आंदोलन के समर्थन में हमेशा खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि आज देश में उत्पादन व विकास की मुख्य ताकत मजदूर वर्ग की सिर्फ घोर उपेक्षा नहीं बल्कि 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर चार लेबर कोड में बदलकर मजदूरों के कानूनी अधिकारों पर जबरदस्त हमला किया जा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सार्वजनिक उपक्रमों का बहुत बड़ा योगदान है, मगर भाजपानीत मोदी सरकार के द्वारा निजीकरण के रास्ते इसे लगातार खत्म किया जा रहा है।
भाजपा सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था को लगातार बर्बाद कर रही है। कीमतों में भारी वृद्धि के कारण महंगाई से आमलोगों का जीना मुश्किल हो गया है। वहीं सीटू के जिला संयोजक रमेश प्रजापति ने बताया कि जिला सम्मेलन में 10 संगठित व असंगठित यूनियन से चूने हुए करीब 200 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। सम्मेलन का उदघाटन सीटू के राज्य महासचिव विश्वजीत देव करेंगे। मौके पर प्रेम प्रकाश, राजेन्द्र पासवान, दिलीप कुमार सिन्हा, मो. रफीक, चन्दन सिहं, विजय शर्मा, आशिष कुमार आदि लोग मौजूद थे।