दुमका। हंसडीहा-गोड्डा रेलखंड पर बीते साल 12 दिसंबर को गंगवारा हाल्ट के समीप नाले में मिली आदिवासी छात्रा के शव का मामला घटना के करीब दो महीने के बाद फिर से तूल पकड़ लिया है। आरोपितों पर अभी तक कार्रवाई नहीं होने से नाराज छात्रा के परिजन और आदिवासी छात्र संगठन के लोग रविवार को एनएच-133 की सड़क पर उतर आए और घटवारी चौक के पास हाइवे को जाम कर दिया।
जाम की सूचना पर जरमुंडी सर्किल के एसडीपीओ संतोष कुमार, पौड़याहाट के प्रखंड विकास पदाधिकारी फुलेश्वर मुर्मू, पौड़याहाट थाना प्रभारी ताराचंद्र, सरैयाहाट थाना प्रभारी विनय कुमार, रामगढ़ थाना के एएसआई अश्वनी झा व हंसडीहा थाना के एएसआई महंती मुर्मू व राजेश पासवान जामस्थल पर पहुंच लोगों को समझाने का प्रयास किया। करीब पांच घंटे के जाम के बाद आरोपित भाई-बहनों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आश्वासन मिलने के बाद शाम छह बजे सड़क जाम समाप्त हुआ।
दरअसल संताल परगना महाविद्यालय दुमका में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा शिफाली हेम्ब्रम अपनी सहपाठी एलविना मुर्मू के साथ 17 दिसम्बर को दुमका से किसी ट्रेन से हंसडीहा आ रही थी। उसी दिन शाम को शिफाली का शव हंसडीहा-गोड्डा रेलवे ट्रेक के किनारे एक नाले में गंगवारा हाल्ट से नजदीक पाया गया था।