गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के बाहुबली और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा के बीच आज (शनिवार) गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
इससे पहले मुख्तार के पैतृक आवास से सुबह जनाजा निकाला गया। इसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे। उनके बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी समेत परिवार और रिश्तेदार भी जनाजे में शामिल हुए।
45 साल के आपराधिक इतिहास वाले यूपी के कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई थी। मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है।मुख्तार के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी जिसके चलते पूरे गाजीपुर में धारा 144 लगा दी गई है। मुख्तार की मौत के बाद से ही पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मोहम्मदाबाद में मुख्तार के घर के बाहर और कब्रिस्तान तक पुलिस के साथ साथ पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। डीएम और एसपी खुद इलाके में कैंप कर रहे हैं। वहीं, माफिया के पोस्टमॉर्टम की प्राइमरी रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है लेकिन परिवार और विपक्षी दलों के आरोपों के बाद योगी सरकार ने मुख्तार की मौत की न्यायिक जांच का आदेश दिया है, इसके लिए कमेटी भी गठित कर दी गई है।
मुख्तार अंसारी की कब्र खोदने वालों ने कहा, नहीं लेंगे मोल
मुख्तार अंसारी की कब्र खोदने वाले मजदूरों की नजर में मुख्तार अंसारी की काफी इज्जत थी। उन्होंने कहा कि अंसारी परिवार उनकी हर तरह से मदद करता है। वे मुख्तार अंसारी के कब्र खोदने का कोई मोल नहीं लेंगे। कब्र खोदने वाले मजदूर नगीना कहते हैं कि वह 50 वर्षों से यह काम कर रहे हैं और मुख्तार अंसारी के परिवार से उनका नाता रहा है, जब उनके परिवार में किसी का इंतकाल होता है तो उन्हें कब्रिस्तान में कब्र खोदने तक के लिए बुलाया जाता है। वह, उसके बदले में कोई मोल नहीं लेंगे। कुछ ऐसा ही दो पीढ़ियों से इस कार्य में लगे संजय भी कहते हैं। इसी तरह गिरधारी भी कहते हैं कि वह इस कार्य से लिए कोई कीमत नहीं लेंगे, मुख्तार अंसारी का परिवार उनकी हर तरह से मदद करता है।