धमतरी। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिला में हुई नक्सली घटना के बाद धमतरी जिले के नक्सल संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में जवान चौकन्ना हो गए है। वहीं नक्सली हलचल की खबर मिलने के बाद गोबरा क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी गई है। धमतरी के बोराई क्षेत्र नक्सलियों के ओड़िशा व बस्तर जाने के लिए मुख्य कारीडोर है, इसलिए इन क्षेत्रों में जवानों की पैनी नजर बनी है।
नगरी ब्लाक के नक्सल संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में समय-समय पर नक्सलियों के हलचल की खबर जवानों को मिलती है। चार दिन पहले नगरी ब्लाक के ग्राम गोबरा क्षेत्र के जंगल में नक्सलियों के आने की खबर मिली थी, तो सीआरपीएफ, सीएएफ, डीआरजी जवानों ने संयुक्त रूप से क्षेत्र में दबिश देकर पड़ताल किया, लेकिन नक्सली नहीं मिले। इधर 26 अप्रैल को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर के पालनार में नक्सलियों ने डीआरजी जवानों से भरी वाहन को ब्लास्ट कर दिया, जिसमें 10 जवान व एक निजी वाहन चालक बलिदान हो गए। इस घटना के बाद से क्षेत्र में फोर्स बढ़ा दिए है। बस्तर में फोर्स बढ़ने के बाद नक्सली मुख्य कारीडोर धमतरी जिले के बोराई से होते हुए ओड़िसा चले जाते हैं इसलिए धमतरी में जवानों ने सर्चिंग तेज कर दिया है।
नक्सल डीएसपी आरके मिश्रा ने बताया कि दंतेवाड़ा घटना के बाद धमतरी जिले नक्सल संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में तैनात सीआरपीएफ, सीएएफ और डीआरजी जवान चौकन्ना हो गए हैं। जंगल क्षेत्र के चप्पे-चप्पे में जवान तैनात है। पिछले दिनों गोबरा क्षेत्र में नक्सली हलचल की खबर मिली थी, तो क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दिए है। नगरी ब्लाक के नक्सल संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्र के ग्राम मांदागिरी, ठेनही, उजरावन, बिनासिल्ली, बहीगांव, संदबाहरा, रिसगांव, करही, गाताबाहरा, गादुलबाहरा, खल्लारी, आमाबहार समेत कई गांव है, जहां के जंगल क्षेत्रों में नक्सलियों की आवाजाही अधिक होता है।
इन गांवों में जवानों की नजर अधिक है। कुछ माह पहले धमतरी शहर से पांच नक्सलियों की हुई गिरफ्तारी के बाद नगरी क्षेत्र में सक्रिय नक्सली भी बौखला गए है। इस घटना के बाद क्षेत्र में नक्सली ने एक युवक की हत्या कर दी। समय-समय पर नक्सलियों की आवाजाही बनी हुई है, इससे क्षेत्र के गांवों में एक बार फिर से नक्सली दहशत कायम है। चर्चा है कि इन क्षेत्रों में करीब 26 से अधिक नक्सली सक्रिय है, जिन्होंने दहशत बनाए रखा है।