रांची। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने परिवहन विभाग से कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान वाहन प्रबंधन इस ढंग से करें कि मतदान दिवस के दिन माहौल कर्फ्यू जैसा न रहे। आम नागरिकों को आवागमन में कोई असुविधा न हो, इसका हर संभव ध्यान रखें। आम नागरिक सहित चुनाव कार्य से जुड़े मतदान कर्मियों एवं सुरक्षा बलों को चुनाव ड्यूटी के दौरान आवागमन में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। इसके लिए असेसमेंट कर 26 अप्रैल तक वाहन प्रबंधन से संबंधित रिपोर्ट सौंपना सुनिश्चित करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार निर्वाचन सदन से सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सचिव, सभी जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारी एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी संग वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाहन प्रबंधन की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदान केन्द्रों पर दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं को लाने के लिए भी पुख्ता इंतजाम रखें, ताकि मतदान केन्द्र पर खुद चलकर आने में अक्षम मतदाताओं को सुविधा हो और वे उत्साहपूर्ण तरीके से मतदान केन्द्र तक पहुंचे और मतदान करें। उन्होंने दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं के लिए स्थानीय स्तर पर छोटे वाहनों की उपलब्धता हेतु प्लान तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने वाहनों की एडवांस तैयारी करने और आवश्यकता के अनुरूप संबंधित नजदीकी जिलों से संपर्क स्थापित कर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
राज्य पुलिस के नोडल पदाधिकारी ए.वी होमकर ने कहा कि पुलिस जवानों को पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की पूर्व तैयारी कर लें, ताकि पुलिस जवानों को कोई परेशानी न हो और वे ससमय संबंधित गंतव्य पर पहुंच सकें।
बैठक में निर्वाचन सदन से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार, परिवहन सह कल्याण सचिव कृपानंद झा, राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी के अलावा अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह एवं डॉ. नेहा अरोड़ा, एसटीएफ के डीआईजी इन्द्रजीत महथा, आईजी धनंजय कुमार सिंह, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी-सह-स्वीप के राज्यस्तरीय पदाधिकारी देवदास दत्ता एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे। सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह- उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सचिव, सभी जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारी एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े थे।