भोपाल। हिमाचल प्रदेश के मनाली में भोपाल की युवती की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपित शव को ट्रॉली बैग में डालकर होटल से ले जाने की कोशिश कर रहा था। होटल स्टाफ को शक होने पर पूछताछ की तो वह बैग छोड़कर भाग गया। बाद में स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, भोपाल के शाहपुरा थाना इलाके के अजय नगर निवासी 26 वर्षीय शीतल कौशल की हत्या का आरोप उसके प्रेमी असावटा मोड़, पलपल (हरियाणा) निवासी विनोद ठाकुर पर है। दोनों करीब चार वर्ष से एक-दूसरे को जानते थे। चार दिन पहले दोनों घूमने के लिए मनाली पहुंचे थे। यहां बुधवार की रात आरोपित ने हत्या के बाद शव अटैचीनुमा बैग में डाला और उसे लेकर होटल से बाहर निकला। उसने होटल में टैक्सी मंगवाई। टैक्सी में बैग डालने लगे तो दो लोग भी उसे मुश्किल से उठा पा रहे थे। इस पर होटल के कर्मचारियों को संदेह हुआ तो उन्होंने पुलिस को बुला लिया। इस पर आरोपित वहां से भाग गया, लेकिन कुल्लू में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना की जानकारी युवती के परिजनों को दी। इसके गुरुवार को दोनों भाई शव लेने के लिए मनाली रवाना हो गए हैं।
मृतक शीतल के पिता कैलाश कौशल ड्राइवर हैं। उन्होंने बताया कि बीकाम करने के बाद उनकी बेटी एमपी नगर में एक निजी कंपनी में काम करती थी। शीतल उनकी इकलौती बेटी थी। उससे बड़ा और एक छोटा भाई है। घर से पांच मई को वह बिना कुछ बताए दस हजार रुपये और उनका मोबाइल लेकर चली गई थी। परिजनों ने पुलिस को भी उसके घर से लापता होने की सूचना दी थी।
घूमने गए थे दोनों मनाली
मनाली पुलिस ने पूछताछ के बाद जो जानकारी मीडिया को बताई है, उसके अनुसार मनाली के जिस एक होटल के कमरा नंबर 302 में मनाली के आधार कार्ड पर दोनों रूके थे। विनोद ठाकुर का कोई दस्तावेज भी होटल वालों ने जमा नहीं कराया था। शीतल और विनोद 13 मई को मनाली पहुंचे थे। होटल में शीतल का आधारकार्ड रजिस्टर्ड किया गया था। 14 मई को दोनों सिस्सू घूमने गए थे। शाम को वापस आने के बाद दोनों ने कमरे में ही होटल से खाना मंगवाकर खाया। कल 15 मई की शाम को विनोद ठाकुर ने होटल के मैनेजर से वोल्वो बस स्टैंड जाने के लिए टैक्सी मंगवाई। टैक्सी पहुंचने के बाद विनोद अकेला ट्रॉली बैग लेकर टैक्सी में बैठने जा रहा था।
बस स्टैंड से पकड़ाया आरोपी
इधर मनाली पुलिस ने हत्या का खुलासा होने के बाद विनोद ठाकुर की तलाश शुरू कर दी। विनोद ठाकुर दूसरे वाहन से बस स्टैंड पहुंचा और हरियाणा के लिए भागने वाला था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। विनोद ने हत्या करना भी स्वीकार कर लिया है। उसी ने बताया है कि हम दोनों घूमने आए थे और सोशल मीडिया के जरिए ही हम दोनों की दोस्ती हुई थी।